
एक अंग्रेजी अखबार के अनुसार हैदराबाद के उत्तर कन्नडा जिले में स्थित गणेश नगर में रहने वाली गौरी एस नाइक चाहती थीं कि उन्हें उनके नारियल और ऐरेका के पौधों के लिए तैयार पानी मिल जाए लेकिन उनके पास इतने पैसे नहीं थे कि वो कुआं खुदवा सके।
इसके बाद उन्होंने बड़ा कदम उठाते हुए अकेले ही कुआं खोदना शुरू कर दिया और सिर्फ तीन महीने में इसे पूरा करते हुए पानी निकाल दिया। गौरी हर रोज 5-6 घंटे काम करती और करीब 4 फीट खोद देती। इस पूरे काम में उन्होंने तीन महिलाओं की मदद सिर्फ इसलिए ली कि वो खुदाई से निकलने वाली मिट्टी को बाहर फेंक दे। खुदाई पूरी होने के बाद अब इस कुएं में 7 फीट पानी है।