
बातों-बातों में डॉक्टरों को चेतावनी
योगी आदित्यनाथ ने समारोह में बोलते हुए कहा कि प्रदेश के सरकारी डॉक्टर किसी भी सूरत में निजी प्रैक्टिस ना करें। ना ही जांच के नाम पर लूट को बढ़ावा दें। उन्होंने डॉक्टरों से बेहतर स्वास्थ्य सुविधाओं पर जोर देने की अपील करते हुए कहा कि गरीब मरीजों के लिए सस्ती दवा देने के विकल्प को ढूंढिए। मुख्यमंत्री ने कहा कि कितना भी क्रिटिकल मरीज हो, जब अपने सामने वह डॉक्टर को देखता है तो उसका आधा मर्ज खत्म हो जाता है। इस विश्वास को बरकरार रखिए और मरीजों का इलाज सेवाभाव से कीजिए।
अखिलेश सरकार को लपेटा
मुख्यमंत्री ने अपने संबोधन में यूपी की पिछली सरकार पर भी कटाक्ष किया। उन्होंने पुराने दिनों को याद करते हुए कहा कि पिछली सरकार के राज में गोरखपुर के अच्छे डॉक्टरों को उठा के इटावा, सैफई और कन्नौज में ट्रांसफर कर दिया गया था। गोरखपुर में जब हमने अच्छे डॉक्टरों की मांग की तो हमें बूचड़खाने दिये गये।