लखनऊ। यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने राजधानी के केजीएमसी में आयोजित एक समारोह में बोलते हुए प्रदेश के सभी सरकारी चिकित्सकों को सख्त निर्देश दे दिये हैं। उन्होंने स्पष्ट कहा है कि प्रदेश का कोई भी डॉक्टर निजी प्रैक्टिस हर्गिज ना करे। योगी आदित्यनाथ ने कहा कि डॉक्टरों की यूपी में बहुत जरूरत है। समारोह में बोलते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि उनकी सरकार का इरादा उत्तर प्रदेश में एम्स जैसे 6 अस्पताल खोलने का है। इसके अलावा 25 मेडिकल कॉलेज भी उनके एजेंडे में है।
बातों-बातों में डॉक्टरों को चेतावनी
योगी आदित्यनाथ ने समारोह में बोलते हुए कहा कि प्रदेश के सरकारी डॉक्टर किसी भी सूरत में निजी प्रैक्टिस ना करें। ना ही जांच के नाम पर लूट को बढ़ावा दें। उन्होंने डॉक्टरों से बेहतर स्वास्थ्य सुविधाओं पर जोर देने की अपील करते हुए कहा कि गरीब मरीजों के लिए सस्ती दवा देने के विकल्प को ढूंढिए। मुख्यमंत्री ने कहा कि कितना भी क्रिटिकल मरीज हो, जब अपने सामने वह डॉक्टर को देखता है तो उसका आधा मर्ज खत्म हो जाता है। इस विश्वास को बरकरार रखिए और मरीजों का इलाज सेवाभाव से कीजिए।
अखिलेश सरकार को लपेटा
मुख्यमंत्री ने अपने संबोधन में यूपी की पिछली सरकार पर भी कटाक्ष किया। उन्होंने पुराने दिनों को याद करते हुए कहा कि पिछली सरकार के राज में गोरखपुर के अच्छे डॉक्टरों को उठा के इटावा, सैफई और कन्नौज में ट्रांसफर कर दिया गया था। गोरखपुर में जब हमने अच्छे डॉक्टरों की मांग की तो हमें बूचड़खाने दिये गये।