भोपाल। कर्मचारी संगठन अजाक्स के निजी कार्यक्रम में शासकीय कर्मचारियों को अनिवार्य रूप से उपस्थित रहने का आदेश निरस्त कर दिया गया है। इस मामले को भोपाल समाचार डॉट कॉम ने प्रमुखता से उठाया था। सपाक्स की ओर से नोडल ऑफिसर जॉय शर्मा ने आपत्ति दर्ज कराई थी। अंतत: आदेश को निरस्त करना पड़ा।शाजापुर के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी अनुसूया गवली सिन्हा ने 12 अप्रैल 2017 को सुबह यह आदेश जारी किया था। आदेश जारी होने के कुछ समय बाद ही भोपाल समाचार डॉट कॉम ने इस मामले को प्रमुखता से उठाया। उधर शाजापुर के नोडल आॅफिसर जॉय शर्मा ने इस आदेश पर आपत्ति दर्ज कराई। शाम होते होते सीएमएचओ सिन्हा को अपना ही आदेश निरस्त करना पड़ा।
क्या था मामला
डॉ. अनुसूया गवली सिन्हा कार्यालय मुख्य चिकित्सा अधिकारी जिला शाजापुर की ओर से जारी पत्र क्रमांक 9710 में खंड चिकित्सा अधिकारी को आदेशित किया गया था कि 16 अप्रैल को ग्राम अभयपुर में डॉ. भीमराव अंबेडकर जयंती के उपलक्ष्य में आयोजित सद्भावना सम्मेलन एवं सम्मान समारोह में समस्त अधिकारी/ कर्मचारी, विशेषकर आशा कार्यकर्ता एवं स्वास्थ्य कार्यकर्ता की उपस्थिति सुनिश्चित करावें। इस आदेश के संदर्भ में स्पष्ट रूप से लिखा गया है 'अनुसूचित जाति जनजाति अधिकारी कर्मचारी संघ का पत्र दिनांक 10.4.2017'
आपत्ति क्या थी
सपाक्स की ओर से यह आदेश भोपाल समाचार को भेजा गया। सपाक्स के कार्यकर्ता कर्मचारियों का कहना था कि डॉ. अंबेडकर जयंती के अवसर पर सभी जगह कार्यक्रम होते हैं और कर्मचारी अपनी अपनी संलग्नता के अनुसार ऐसे कार्यक्रमों में शामिल होते हैं। अजाक्स का कार्यक्रम कोई शासकीय आयोजन नहीं है, फिर कैसे कोई अधिकारी अपने अधीनस्थ को अजाक्स के कार्यक्रम में अनिवार्य रूप से शामिल होने के लिए शासकीय आदेश जारी कर सकता है।
यह रही वो खबर जिसका हुआ असर