नई दिल्ली। आज का दिन अरविंद केजरीवाल के लिए काला दिन के रूप में दर्ज किया जाना चाहिए। जिस दिल्ली में उन्होंने भाजपा और कांग्रेस को कौन कौने से साफ कर दिया था, आज उसी दिल्ली में हुए उपचुनाव में आम आदमी पार्टी के प्रत्याशी की जमानत तक जब्त हो गई। इससे शर्मनाक क्षण शायद किसी भी राज्य के मुख्यमंत्री के लिए हो ही नहीं सकता। भाजपा ने राजौरी गार्डन विधानसभा सीट केजरीवाल से छीन ली है। आप का प्रत्याशी तीसरे स्थान पर रहा जबकि कांग्रेस उम्मीदवार दूसरे स्थान पर रहीं।
अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व वाली आम आदमी पार्टी के लिए हार का इससे बुरा समय और अंतर नहीं हो सकता था। पंजाब और गोवा विधानसभा चुनावों में खराब प्रदर्शन से पार्टी अभी उबरी भी नहीं थी कि दिल्ली में ऐसे नतीजों ने उसकी मुश्किलें बढ़ा दी। भाजपा के टिकट पर चुनाव लड़ने वाले शिरोमणि अकाली दल के मनजिंदर सिंह सिरसा ने 40,602 वोट के साथ ही कुल वोटों के 50 फीसदी से ज्यादा वोट हासिल किये। कांग्रेस की मीनाक्षी चंदीला 25,950 वोटों के साथ दूसरे स्थान पर रहीं। आप ने यहां से हरजीत सिंह के तौर पर नया चेहरा उतारा था लेकिन वे सिर्फ 10,243 वोटों के साथ तीसरे स्थान पर रहे और वह अपनी जमानत राशि भी नहीं बचा सके क्योंकि उन्हें कुल पड़े मतों का छठा हिस्सा भी नहीं मिला। पश्चिमी दिल्ली की इस विधानसभा में पंजाबी और सिख वोटरों की बहुलता है।
यह जीत भाजपा के लिए नई उर्जा लेकर आयी है और उसे फिर से तीनों निगमों पर अपना कब्जा बरकरार रखने की उम्मीद है। भगवा पार्टी का लगभग एक दशक से तीनों निगमों पर कब्जा है। उपचुनाव के नतीजे शहर के राजनीतिक समीकरणों में बदलाव के भी संकेत देते है जिसने साल 2015 में आप की प्रचंड लहर देखी थी जब उसने विधानसभा की 70 में से 67 सीटों पर कब्जा जमा कर भाजपा और कांग्रेस के पूरे सियासी गणित को गड़बड़ा दिया था।
आप नेता और उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने हार स्वीकार करते हुए कहा कि पार्टी के पूर्व विधायक जरनैल सिंह के इस्तीफे से जनता की नाराजगी को दूर कर पाने में पार्टी नाकाम रही। जरनैल ने इस सीट से इस्तीफा देकर पंजाब में विधानसभा चुनाव लड़ा था, जिसकी वजह से यहां उपचुनाव की जरूरत पड़ी।
सिसोदिया ने कहा कि जरनैल सिंह के पंजाब विधानसभा चुनाव में उतरने से राजौरी गार्डन की जनता थोड़ा नाराज थी। हमने इस बाबत जनता से बात भी की लेकिन शायद लोगों की नाराजगी कम नहीं हुयी।’’ उपचुनाव के नतीजों से नगर निगम चुनाव पर कोई प्रभाव नहीं पड़ने का भरोसा दिलाते हुए सिसोदिया ने कहा कि निगम चुनाव के मुद्दे अलग हैं और आप पूरी मजबूती से निगम चुनाव लड़ रही है, इसके बलबूते हमें जीत का पूरा विश्वास है। वहीं दिल्ली भाजपा ने नतीजों के फौरन बाद ‘‘नैतिक आधार’’ पर केजरीवाल के इस्तीफे की मांग की और कहा कि यह राष्ट्रीय राजधानी में आप के ‘‘अंत की शुरुआत’’ है।