नई दिल्ली। महाराष्ट्र के चप्पलमार सांसद के बाद अब एक निर्दलीय विधायक ने भी विवादित काम कर दिया। विधायक बच्चू कडू ने किसानों के मुद्दे पर बचाव करते हुए कहा कि 'हेमामालिनी भी रोज खूब शराब पीती हैं, क्या उन्होंने आत्महत्या की।' कडू कहना चाहते थे कि किसान शराब के कारण आत्महत्याएं नहीं कर रहे हैं। वो यह बताना चाहते थे क कोई भी शराब के कारण आत्महत्या नहीं करता। विधायक ने ये भी कहा कि 75 फीसदी विधायक शराब पीते हैं, पत्रकार शराब पीते हैं। अब इस बयान के बाद बवाल शुरू हो गया है। विधायक को महिला विरोधी कहा जा रहा है। माफी मांगने की मांग की जा रही है।
नांदेड़ में एक प्रेस कॉन्फ्रेस को संबोधित करते हुए कहा है कि 75 प्रतिशत विधायक और पत्रकार शऱाब पीते हैं। हेमा मालिनी भी रोज पीती हैं लेकिन उन्होंने तो आत्महत्या नहीं की। अमरावती की अचलपुर विधानसभा से विधायक काडू यहीं नहीं रूके और केंद्रीय मंत्री नीतिन गडकरी पर निशाना बनाते हुए कहा कि उनके बेटे की शादी का खर्च 4 करोड़ रुपए था तो क्या हमें उनके आत्महत्या करने का इंतजार करने चाहिए?
भाजपा नाराज: बयान महिलाओं को बदनाम करने वाला है
काडू के इस बयान को लेकर भाजपा नाराज है। इसका विरोध करते हुए भाजपा ने कहा है कि काडू का यह बयान केवल हेमा मालिनी को ही नहीं बल्कि महिलाओं को बदनाम करने वाला है। भजपा महिला मोर्चा की प्रीति गांधी ने कहा कि हेमा मालिनी एक जानी-मानी हस्ती हैं और उन्हें लेकर ऐसा बयान नहीं दिया जाना चाहिए। किसान केवल खराब फसल के कारण ही आत्महत्या नहीं कर रहे बल्कि उसके पीछे और भी कई कारण हैं।
बता दें कि नीति आयोग ने 2016 के अक्टूबर में एक रिपोर्ट जारी की थी। उसमें महाराष्ट्र को किसानों के लिए सबसे बेहतर राज्य बताया गया था। देश में कृषि क्षेत्र में सुधारों के आधार पर तैयार किए गए नीति आयोग के सूचकांक में महाराष्ट्र सर्वाधिक कृषक अनुकूल राज्य था। उसके बाद क्रमश: गुजरात और राजस्थान का स्थान था। आयोग ने ‘कृषि विपणन और कृषक अनुकूल सुधार सूचकांक’ तैयार किया था। यह पहली बार किया गया था। रिपोर्ट में 29 में से 20 राज्यों का प्रदर्शन खराब रहा था। इनमें पश्चिम बंगाल, उत्तर प्रदेश, पंजाब, असम, झारखंड, तमिलनाडु तथा जम्मू-कश्मीर भी शामिल थे।