
इस तरह गरीबी की रेखा के नीचे जीवन यापन करने वालों को शासन द्वारा जो सुविधायें उपलब्ध कराई गई है उसका फायदा अमीर और सम्पन्न वर्ग के लोग उठा रहे हैं तथा पात्रहितग्राही इन सुविधाओं वंचित है। जिस तरह गरीबी की रेखा के नीचे जीवन यापन करने वालों की सूची में अमीरों के नाम दर्ज किये गये है उससे ऐसा लगता है कि उक्त सूची बिना सर्वे किये टेबल पर बैठकर बना ली गई है।
यह उल्लेखनीय है कि उज्जवल योजना के तहत निशुल्क गैस कनेक्शन देने के लिये गैस वितरकों को जो सूची उपलब्ध कराई है उस सूची में पूर्व विधायक प्रदीप जैसवाल तथा वर्तमान विधायक योगेन्द्र के भी नाम शामिल किये गये। इसकी पूष्टि स्थानीय इण्डेन गैस के स्थानीय वितरक ने भी की है।
इस प्रकार गरीबी रेखा की सूची में अपना नाम जुडवाकर अमीर लोगों इसका फायदा उठा रहे है। गरीबी रेखा में जिन अमीरों ने अथवा अपात्र लोगों ने गरीबी रेखा की सूची में अपना नाम दर्ज करा लिया है और गरीबी को मिलने वाली सुविधाओं का लाभ प्राप्त किया है उनके विरूद्ध कानूनी कार्यवाही की जानी चाहिये। जिला प्रशासन द्वारा इस सूची के आधार पर यदि भौतिक सत्यापन करवाये तो आधे से ज्यादा नाम गरीबी रेखा की सूची से हट जायेगें।