नई दिल्ली। हाईकमान के खिलाफ तल्ख टिप्पणी करने के कारण कांग्रेस से बर्खास्त कर दी गई दिल्ली कांग्रेस की महिला विंग की पूर्व अध्यक्ष बरखा सिंह का भाजपा में तहे दिल से स्वागत किया गया। भाजपा के दिग्गज अनुशासनहीनता की दोषी महिला नेता को भाजपा में ज्वाइन कराकर काफी खुश हैं। बता दें कि पिछले 10 सालों में भाजपा के विभिन्न इकाइयों में 1 लाख से ज्यादा कांग्रेसी शामिल हो चुके हैं। इनमें से कुछ मंत्री पदों पर भी हैं।
पूर्व विधायक बरखा सिंह ने भाजपा के वाइस प्रेसिडेंट श्याम जाजू की मौजूदगी में पार्टी ज्वाइन की। शुक्रवार को बरखा को 6 साल के लिए कांग्रेस से निकाल दिया गया था। उन्होंने राहुल गांधी और अजय माकन पर कई गंभीर आरोप लगाए थे। उन्होंने राहुल गांधी को कांग्रेस के लिए एक आपदा बताया था।
गुरुवार को कहा था- नहीं छोड़ूंगी कांग्रेस
बता दें कि बरखा ने गुरुवार को कहा था, ''मैं पार्टी (कांग्रेस) की सच्ची सैनिक हूं। छोड़कर नहीं जाऊंगी, पार्टी में रहकर लड़ाई लड़ूंगी। अजय माकन ने मेरे साथ बदसलूकी की। शिकायत पर राहुल गांधी ने कोई एक्शन नहीं लिया। राहुल की लीडरशिप में कांग्रेस ने महिलाओं का इस्तेमाल सिर्फ वोट बटोरने के लिए किया।
MCD के लिए महिला वर्कर्स को टिकट न देने का आरोप
बरखा ने आरोप लगाया था, ''एमसीडी इलेक्शन के टिकट बंटवारे में महिला वर्कर्स को हाशिए पर रखा गया। वर्कर्स की आवाज दबाई गई और शिकायतों का मौका नहीं दिया गया। दिल्ली कांग्रेस के प्रेसिडेंट (माकन) ने अपने घर पर मेरे और कई महिला वर्कर्स के साथ बदसलूकी की। हमनें इसकी शिकायत राहुल गांधी से की, लेकिन उन्होंने कुछ नहीं किया। यह पार्टी का दोहरा कैरेक्टर है। जब बीजेपी नेता प्रियंका गांधी के लिए गलत शब्दों का इस्तेमाल करते हैं तो कांग्रेस आलाकमान चाहते हैं कि महिला कांग्रेस विरोध करे, लेकिन जब माकन की शिकायत करते हैं तो हमें धमकाया जाता है।
नेताओं से मिलने में क्यों डरते हैं राहुल?
बरखा ने दावा किया था, ''राहुल पार्टी नेताओं से मुलाकात नहीं करते। उन्होंने कभी पार्टी के इंटरनल इश्यूज पर बात करने की इच्छा नहीं जताई। आखिर वो अपने ही मेंबर्स से मीटिंग करने में क्यों डरते हैं? इसी वजह से कई सीनियर लीडर पार्टी छोड़कर चले गए। राहुल और माकन के इसी रवैए के चलते 5 डिस्ट्रिक्ट प्रेसिडेंट और 75 ब्लॉक प्रेसिडेंट्स संगठन से इस्तीफा दे चुके हैं।