इंदौर। भाजपा विधायक सुदर्शन गुप्ता ने आज 6 माह से लापता कांग्रेस नेत्री ट्विंकल डागरे मामले में सस्पेक्टेड जगदीश करोतिया की खुलेआम तरफदारी की है। वो आज आरोपी को अपने साथ लेकर डीआईजी से मिले और बंद कमरे में चर्चा की। जांच से पहले ही भाजपा विधायक ने आरोपी करोतिया को निर्दोष घोषित कर दिया। कांग्रेस नेत्री के परिजनों ने करोतिया का नार्को टेस्ट कराने की मांग की है और करोतिया इससे बचने की कोशिश कर रहे हैं। कहा जा रहा है कि इसी के चलते उन्होंने भाजपा विधायक से मदद मांगी।
16 अक्टूबर को अपने घर से नाश्ता लेने निकली कांग्रेस नेत्री ट्विंकल डागरे की हत्या कर उसकी लाश ठिकाने लगाने का आरोप परिजनों ने बीजेपी नगर महामंत्री जगदीश करोतिया पर लगाये थे, लेकिन रसूखदार व्यक्ति होने की वजह से पुलिस ने उससे कड़ाई से पूछताछ नहीं की। लिहाजा कुछ दिनों पहले परिजनों ने उसका नार्को टेस्ट करवाने की गुहार डीआईजी से लगाई।
कहा जा रहा है कि इस टेस्ट से घबराकर करोतिया स्थानीय विधायक सुदर्शन गुप्ता के पास जा पहुंचे और भाजपा विधायक उन्हे लेकर डीआईजी से मिलने आ गए। विधायक ने जांच की मांग को खारिज करते हुए आरोपी को निर्दोष घोषित कर दिया। यही नहीं आरोपी करोतिया ने ट्विंकल के पिता संजय पर ही कई गंभीर आरोप लगते हुए उसे ब्लैकमेलर कहा। करोतिया ने दावा किया कि ट्विंकल पहले भी घर से भाग गई थी, जिसे बीजेपी नगर अध्यक्ष कैलाश शर्मा ने घर पहुंचाया था।
इंदौर विधानसभा एक के विधायक सुदर्शन गुप्ता खुद उसे इस मामले में निर्दोष बता रहे हैं, विधायक गुप्ता के मुताबिक जब कोई व्यक्ति तरक्की करने लगता है तो कई लोगों को तकलीफ होती है। गुप्ता ने करोतिया को मेहनती बताने के साथ ही ट्विंकल के पिता के आरोपों को राजनीती से प्रेरित बताया है।
डीआईजी हरिनारायण चारी मिश्र ने बताया कि जगदीश करोतिया ने उनके सामने कुछ दस्तावेज और एसएमएस पेश किये हैं। दस्तावेज में करोतिया ने डीआईजी को बताया है कि ट्विंकल अपने पिता से कितनी परेशान थी, उसने अपने पिता पर कई आरोप लिखित में लगाये थे।
इस मामले में बाणगंग पुलिस जगदीश करोतिया को पूछताछ के लिए कई बार थाने बुला चुकी है, लेकिन वह हर बार थाने जाने से बचता रहा है। कहा जाता है कि करोतिया को विधायक गुप्ता का खुला संरक्षण है, लिहाजा पुलिस भी उस पर हाथ डालने से बचती रही है। यही नहीं ट्विंकल की हत्या किये जाने के आरोप लगने के बावजूद विधायक गुप्ता ने अपने समर्थक करोतिया को बीजेपी का नगर महामंत्री बनवा दिया, जिसकी घोषणा सात दिन पहले ही हुई है।