
मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी को श्री अजयप्रताप सिंह ने बताया कि कांग्रेसी कार्यकर्ता शस्त्रों से लैस होकर मतदान केन्द्रों पर कब्जा कर मतदान सूची लेकर निर्वाचन दल को प्रभावित करने में जुटे है। उन्होनें बूथवार गैरकानूनी पहल का ब्यौरा देते हुए बताया कि बूथ क्रमांक 42 पर आरक्षक कृष्णा शुक्ला बैच नंबर 485 ने कांग्रेस के पक्ष में मतदान कराया। बूथ क्रमांक 88 पर सुई गांव में पीठासीन अधिकारी ने स्वयं कांगे्रस के पक्ष में मतदान करने के मतदाताओं को विवश किया। सैकड़ों मतदाताओं के पास जरूरी दस्तावेज होने पर भी उन्हें मतदान से वंचित कर दिया गया। उन्होनें बताया कि बूथ क्रमांक 48, 49 एवं 78 पर कांगे्रसी आधिपत्य जमाने में तुले हुए है। ग्राम गढ़ी क्षेत्र में बूथ क्रमांक 260 में बिना अनुमति के अवैध रूप से 6-7 वाहनों में कांगे्रसी कार्यकर्ता धींगा मस्ती कर रहे है। बूढ़नपुरा क्रमांक 16 में समुदाय विशेष को मतदान करने दिया जा रहा है। इसी तरह क्रमांक 263 कछुरी में अपराधिक तत्वों को खुली छूट दी जा रही है, जो मतदान को रोकने में जुटे है। कुछ बूथों पर ईवीएम मशीन से छेड़छाड़ कर मतदान की गति धीमी रखने के प्रयास में पीठासीन अधिकारी स्वयं जुटे है, इनमें बूथ क्रमांक 231 प्रमुख है।
श्री अजयप्रतात सिंह ने कहा कि इस आशय की शिकायतें मौके पर भाजपा के अधिकृत चुनाव मतदान एजेंटों द्वारा संबंधित अधिकारियों को दी गयी है, लेकिन वे सभी मौनदर्शक बने हुए है। श्री सिंह ने मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी को अटेर में पार्टी के निर्वाचन कार्यकर्ता श्री शैलेन्द्र भदौरिया द्वारा जिला निर्वाचन अधिकारी को सौंपी गयी शिकायतों की प्रतियां भी सौंपी और तत्काल कार्यवाही करने का आग्रह किया, जिससे मतदान में निष्पक्षता सुनिश्चित हो सके। श्री सिंह ने मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी को ऐसे असामाजिक तत्वों की कारगुजारियों की लंबी सूची बूथवार सौंपी है जो मतदान को प्रभावित करने में जुटे है, उनका रिकार्ड अपराधिक है और उन्हें शह मिली हुई है। कांगे्रसी मतदान को जिस तरह प्रभावित करने में जुटे है, उससे लगता है कि पराजयबोध से ग्रसित होकर ऐन केन प्रकारेण चुनाव परिणाम प्रभावित करने में विफल प्रयास में जुटे है।