नई दिल्ली। राजस्थान के अलवर में जानवरों का परिवहन कर रहे 15 लोगों की पिटाई और एक व्यक्ति की मौत के बाद मामला तूल पकड़ गया है। संसद में इसे लेकर हंगामा हुआ। राहुल गांधी ने ट्वीट करके राजस्थान सरकार से कड़ी कार्रवाई की मांग की। पीएम रिपोर्ट में साफ हुआ कि मौत हार्टअटैक से नहीं बल्कि पिटाई के कारण हुई थी। दिग्विजय सिंह ने इस पर कड़ी आपत्ति जताई है।
यह है घटनाक्रम
अलवर के बहरोड़ में 1 अप्रैल की शाम एक पिकअप में गायों को ले जा रहे कुछ लोगों की पिटाई की गई थी। इसमें घायल पहलू खान नाम के एक शख्स की बाद में डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल में इलाज के दौरान मौत हो गई थी। पहलू के अलावा 4 अन्य लोगों की भी लोकल लोगों ने पिटाई की थी, जिसमें पहलू के 2 बेटे भी शामिल थे। मौके से लोगों ने इनके पास से आधा दर्जन गाय बरामद की थी। पुलिस ने इस मामले में 200 से ज्यादा लोगों के खिलाफ हत्या और लूट का मामला दर्ज किया है। हालांकि, किसी को गिरफ्तार नहीं किया है। राजस्थान के गृह मंत्री गुलाबचंद कटारिया ने कहा था कि आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है।
राज्यसभा में बैकफुट पर सरकार
राज्यसभा में दिग्विजय सिंह ने यह मामला उठाया। उपसभापति ने गृहमंत्रालय से रिपोर्ट मांगी। बीजेपी सांसद मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा, "जिस तरह की घटना पेश की जा रही है, वैसी कोई घटना नहीं हुई है। नकवी ने सदन में कहा, "गौ रक्षा के नाम पर सरकार गुंडागर्दी का सपोर्ट नहीं करती। ये मामला बेहद सेंसिटिव है और सदन से कोई गलत मैसेज नहीं जाना चाहिए।" कांग्रेस ने इस मामले में संसद में स्थगन प्रस्ताव (Adjournment motion) दिया। राज्यसभा में उपसभापति ने सरकार से कहा कि गृह मंत्रालय रिपोर्ट दे कि अलवर में कोई हिंसा नहीं हुई है। इसके बाद ही इस पर चर्चा की जाएगी। इस पर कांग्रेस सांसद गुलाम नबी आजाद बोले, "मुझे बहुत अफसोस है कि मंत्री को इस बारे में मालूम नहीं है। यहां तक कि न्यूयॉर्क टाइम्स भी जानता है, लेकिन मंत्री नहीं जानते।
सरकार बच नहीं सकती: राहुल गांधी
इस बीच, राहुल गांधी ने इस मसले पर ट्वीट कर कहा, "ये चौंकाने वाली घटना है, अलवर में लॉ एंड ऑर्डर तोड़ा गया है, सरकार को जिम्मेदार लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करनी चाहिए। राहुल ने अपने दूसरे ट्वीट में कहा, "जब सरकार जिम्मेदारी से बचती है और भीड़ को किसी की हत्या की इजाजत देती है तो ऐसी त्रासदियां ज्यादा होती हैं।
पीएम रिपोर्ट में पिटाई से मौत
पोस्टमार्टम रिपोर्ट आ गई है। इसमें बताया गया है कि पहलू खान की मौत पिटाई के बाद गंभीर चोट लगने और सदमे की वजह से हुई है। पिटाई से मृतक के सीने और पेट में आतंरिक चोट लगी और शरीर के अंदर अधिक मात्रा में खून बहा था। मृतक का विसरा लेकर जांच के लिए भेजा गया है।
दूध के लालच में गाय खरीद ली थी
जानकारी के मुताबिक, हरियाणा के मेवात की नूह तहसील के रहने वाले मृतक पहलू खान डेयरी चलाते थे. वह शुक्रवार को भैंस खरीदने जयपुर के लिए निकले थे लेकिन अधिक दूध के लालच में गाय खरीद लिया. उन्हें नहीं पता था कि उनका ये फैसला उनकी जान पर बन आएगा। हिन्दूवादी संगठन के लोगों ने तस्कर समझकर बुरी तरह मारापीटा था।
किसी संगठन का हाथ नहीं: पुलिस
अलवर पुलिस का दावा है कि गौतस्करी के आरोप में पिटाई करने वालों के किसी भी संगठने से जुड़े होने के सुबूत नहीं मिले हैं. एसपी राहुल प्रकाश ने बताया कि गिरफ्तार किए गए लोगों का भी कोई ऐसा सबूत नहीं मिला है कि ये लोग हिंदूवादी संगठन से जुड़े हुए हैं. उनका कहना है कि पुलिस पर लापरवाही के आरोप बेबुनियाद है। एसपी राहुल प्रकाश ने मारपीट के 6 आरोपियों की गिरफ्तारी पर 5-5 हजार रुपये का इनाम भी घोषित किया है. उनका कहना है कि गोवंश ले जाने के आरोपियों के पास राजस्थान से दूसरे राज्य में गोवंश ले जाने की अनुमति नहीं थी. इनके खिलाफ बहरोड़ में आरबी एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया. मारपीट करने वालों के खिलाफ भी केस दर्ज है।