भोपाल। अटेर विधानसभा के उपचुनाव के पूर्व पत्रकारों के सामने वोटिंग मशीन की टेस्टिंग कराते हुए मुख्य निर्वाचन अधिकारी सलीना सिंह ने जिस भी बटन को दबाया, पर्ची बीजेपी की ही निकली। इसी पर उन्होंने पत्रकारों को धमकाया और कहा कि ध्यान रहे ये बात मीडिया में नहीं आना चाहिए नहीं तो मैं थाने में बिठा दूंगी। उस मुद्दे को लेकर सियासत तेज हो गयी है। आम आदमी पार्टी ने जहां आज प्रदर्शन कर निर्वाचन कार्यालय का घेराव किया है। वहीं कांग्रेस ने उपचुनाव ईव्हीएम की जगह मतदाता पर्ची से कराए जाने की मांग की है।
दरअसल शुक्रवार को VVPAT मशीन की टेस्टिंग मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी सलीना सिंह और मीडिया की मौजूदगी में की गयी थी। लेकिन टेस्टिंग के दौरान जितनी बार जो भी बटन दबाया गया, परची बीजेपी की ही निकली। इस मुद्दे पर विपक्ष निर्वाचन आयोग की विश्वसनीयता पर सवाल खड़े कर रहा है। इस सिलसिले में आम आदमी पार्टी ने पूरे प्रदेश में प्रदर्शन किया गया और मुख्य चुनाव आयुक्त के नाम ज्ञापन भी दिया। भोपाल में भी इस मुद्दे पर प्रदर्शन कर निर्वाचन आयोग कार्यालय का घेराव किया गया।
प्रदर्शन का नेतृत्व कर रहे प्रदेश संयोजक आलोक अग्रवाल ने कहा कि इस समय देश मे ईव्हीएम घोटाला चल रहा है और चुनाव आयोग पूर्णता भाजपा के आधीन हो गई है। इससे पहले महाराष्ट्र नगर निगम के चुनावों में ईव्हीएम को लेकर संदेह प्रकट किया गया था और फिर पांच राज्यों के विधानसभा चुनावों में भी ईव्हीएम में छेड़खानी की बात सामने आयी। तभी आप राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने भी ईव्हीएम को लेकर सवाल खड़े किए थे। वहीं मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी के सामने हुई VVPAT टेस्टिंग में जिस तरह से कोई बटन दबाने पर भी पर्ची भाजपा की निकल रही थी, उसने इन सभी शंकाओ को सत्य साबित कर दिया है। चुनाव आयोग पूर्णता भाजपा के पक्ष में परिणाम देने के लिए ईव्हीएम से छेड़खानी कर रही है।