
जिसमें जिला अध्यक्ष हरीश मिश्र ने जिले भर से आए अध्यापकों को संबोधित करते हुए कहा कि विभिन्न सरकारों द्वारा हम सब कई वर्षों से छले जा रहे हैं, जिसकी दोषी सरकार के साथ ही हमारे अपने ही भाई जो अन्य संगठनों से हैं जो दिनरात अपना अस्तित्व बचाने सरकार की दलाली करते हैं। आजाद अध्यापक संघ अध्यापकों के हितों के लिए लालघाटी जैसे तिरंगा यात्रा की पुनरावृत्ति भी कर सकता है। प्रदेश उपाध्यक्ष विजय तिवारी ने अपने उद्बोधन में सरकार को अध्यापक विरोधी नीतियों के लिए कोसते हुए कहा कि अध्यापक संविदा शिक्षक के हितों के लिए आजाद अध्यापक संघ कोई भी कदम उठाने में पीछे नहीं हटेगा।
संघ अपने कम अबधि के कार्यकाल में स्वयं के प्रयासों से अध्यापकों की अधिकाधिक मांगें पूरी करा चुका है। विजय तिवारी ने बिना शर्त तबादला नीति के आदेश न होने को अध्यापकों के साथ शिक्षा मंत्री द्वारा अप्रैल फूल मनाया जाना निरूपित किया। संघ के प्रान्त अध्यक्ष भरत पटेल से प्रमुख सचिव अशोक वर्णवाल की बात होने मार्गदर्शन शीघ्र जारी होने की बात पर आज का जेल भरो आंदोलन स्थगित कर दिया गया और मुख्यमंत्री के नाम संबोधित ज्ञापन स्थानीय प्रशासन को सौंपा गया। कार्यक्रम को ब्लाक अध्यक्ष गण विनय मिश्र, सूर्य नारायण सिंह, सुखधाम सिंह, शैलेन्द्र सिंह, संतोष प्रजापति, जिला उपाध्यक्षद्वय डी के सिंह, मनोज मिश्र, राजेन्द्र तिवारी, रमेश पाण्डेय, जिला सचिव अरुण सिंह, जिला संयोजक डाॅ राजेश पाण्डेय, ब्लाक प्रभारी मझौली महेश प्रजापति , राघवेंद्र राव, ध्रुव नारायण पटेल ब्लाक उपाध्यक्ष सिहावल, गुलाब साकेत ने संबोधित किया।
धरना प्रदर्शन कार्यक्रम में डाॅ राकेश सिंह, प्रभात त्रिपाठी, गिरधारी लाल साकेत, नितिन सराठे, मनीष रावत, गिरजा सेन, मानसिंह, यज्ञ राज बघेल, यमुना सिंह, राजेश पाण्डेय, मंगलेश्वर बहेलिया, दिनकर सिंह, मोहन सिंह, रामप्रकाश द्विवेदी, रामनरेश यादव, रामप्रसाद जयकरण कोल, पंचम लाल, पप्पू पनिका, के के मिश्र, साधू साकेत, राकेश सिंह चौहान, बलिकरण, नंदलाल साकेत, राम रक्षा, सुरेश चंद्र, सुजीत सिंह, लालमणि प्रजापति, रामचंद्र, राकेश रावत, तीरथ सिंह, उमेश प्रजापति, आदि करीब दो सौ अध्यापक उपस्थित रहे।