भोपाल। मध्यप्रदेश में अब सरकारी शिक्षकों पर 24x7 नियंत्रण बनाए रखने के लिए भोपाल में एक राज्य स्तरीय कंट्रोल रूम बनाया जाएगा। इस कंट्रोल रूम में सभी शिक्षकों की शिकायतों की सुनवाई होगी। ऐसी स्थिति में शिक्षक कोई बहाना नहीं बना पाएंगे। कंट्रोल रूम जिस समय शिकायत मिलेगी, उसी समय उसे वेरीफाई भी कर लेगा और संबंधित प्राधिकारी को रिपोर्ट भेज देगा। स्कूल छूटने से पहले शिकायत का फैसला सामने आ जाएगा।
इस कंट्रोल रूम का नंबर प्रदेश के सभी 1 लाख 18 हजार स्कूलों के नोटिस बोर्ड पर डिस्प्ले किया जाएगा। जब कोई शिक्षक स्कूल नहीं पहुंचेगा या देर से आएगा तो अभिभावक या अन्य कोई व्यक्ति इस नंबर पर उनके बारे में जानकारी दे सकेगा। इससे शिक्षकों की उपस्थिति सुनिश्चित की जा सकेगी। स्कूल शिक्षा मंत्री कुंवर विजय शाह ने इस तरह की घोषणा यहां एक कार्यक्रम के दौरान की हैं। उनका कहना है कि किसी शिक्षक की शिकायत कंट्रोल रूम तक पहुंचने पर उसके मोबाइल नंबर को ट्रेस किया जा सकेगा। इससे आसानी से पता किया जा सकेगा कि शिक्षक कहां पर मौजूद है।
संगठन विरोध में
समग्र शिक्षक-व्याख्याता प्राचार्य कल्याण संघ के अध्यक्ष मुकेश शर्मा का कहना है कि शिक्षकों पर प्रशासन के डंडे की जगह प्रोत्साहन रूपी हथियार का उपयोग किया जाना चाहिए। यदि प्रशासनिक डंडे का उपयोग किया जाएगा तो शिक्षक की गरिमा खराब होगी और इस व्यवसाय पर भी उसका असर पड़ेगा।