भोपाल। मप्र में अध्यापकों के साथ शिवराज सिंह सरकार 'घोषणा-घोषणा' खेल रही है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह हों या शिक्षा मंत्री विजय शाह। बस घोषणा कर देते हैं और उसके बाद कुछ नहीं होता। मामला तबादलों का है। शिक्षामंत्री ने विधानसभा में ऐलान किया था कि 1 अप्रैल से प्रक्रिया शुरू हो जाएगी, लेकिन नहीं हुई। विभागीय अधिकारी कहते हैं हमें आदेश नहीं मिले। यदि नए शिक्षासत्र शुरू होने से पहले तबादले नहीं हुए तो मामला एक साल के लिए लटक जाएगा।
विधानसभा में 23 फरवरी को शिक्षा मंत्री विजय शाह ने बताया था कि 1 अप्रैल से अध्यापकों की ऑनलाइन तबादला प्रक्रिया शुरु कर दी जाएगी। 30 जून तक तबादले कर दिए जाएंगे। तबादला नीति में इस बार पुरुष अध्यापकों को भी जोड़ा गया है। पुरुष अध्यापकों लगा कि वर्षों बाद अब वे भी अपने जिले, ब्लॉक में वापस लौट पाएंगे। लेकिन आधी-अधूरी तैयारियों के बीच मंत्री का दावा हवा हो गया। तारीख गुजर गई लेकिन अध्यापकों की तबादला प्रक्रिया शुरु ही नहीं हो पाई। प्रक्रिया अब कब से शुरु होगी ये भी साफ नहीं।
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अधूरी तैयारियां
जिलों में छात्र संख्या के हिसाब से युक्तियुक्तकरण के तहत एक स्कूल से दूसरे स्कूलों में नहीं की गई शिक्षक, अध्यापकों की पदस्थापना।
जिले में ही 120 से ज्यादा स्कूलों में छात्र संख्या 20 से भी कम है लेकिन शिक्षकों की संख्या ज्यादा है। कई स्कूल ऐसे हैं जहां छात्र संख्या अधिक है लेकिन शिक्षक नहीं हैं।
रिक्त पदों की संख्या अपटेड नहीं
9वीं-11वीं की परीक्षाएं दोबारा कराने से भी तबादले लटके।
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ई-सर्विस बुक अपडेट नहीं
अध्यापकों से संबंधित जानकारी ऑनलाइन जुटाने के लिए शिक्षा विभाग एजुकेशन पोर्टल पर ई-सर्विस बुक अपटेड करवा रहा है। ये प्रक्रिया 31 मार्च तक पूरी करनी थी। मकसद यही है कि शिक्षक, अध्यापकों के विषय, योग्यता, पदस्थापना संबंधित सभी जानकारी ई-सर्विस बुक के जरिए पोर्टल में अपटेड हो और इसे ऑनलाइन देखकर तबादला प्रक्रिया शुरु की जा सके। लेकिन ये काम भी अब तक पूरा नहीं हो पाया।
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इस प्रकार थी घोषणा
1 अप्रैल से ऑनलाइन तबादला प्रक्रिया शुरु कर 30 अप्रैल तक लिए जाएंगे आवेदन।
1 से 30 मई तक आपत्ति स्वीकार की जाएंगी।
1 से 15 जून तक अंतिम सूची जारी करेंगे।
16 से 30 जून तक तबादला प्रक्रिया पूरी होगी।
20 खाली पद चुनने का दिया जाएगा ऑप्शन।
तबादला नीति के तहत महिला, दिव्यांग, बीमार अध्यापकों के अलावा पुरुष अध्यापकों को भी अंतर्निकाय संविलियन का लाभ मिलेगा।