ग्वालियर। स्कूलों की महंगी फीस और बच्चों को सबसे बेहतर बनाने की जिद एक अजीब तरह के दवाब का काम कर रही है। मुरैना के एक इंजीनियर ग्वालियर केवल इसीलिए शिफ्ट हुए थे कि वो अपने बच्चों को अच्छी शिक्षा दिला सकें, परंतु 11वीं में पढ़ने वाली उनकी बेटी ने सुसाइड कर लिया। उसे डर था कि वो मैथ्य में फैल हो जाएगी। मामला मध्यप्रदेश के ग्वालियर शहर का है। सिंचाई विभाग से रिटायर्ड इंजीनियर की बेटी रितिका से सुसाइड कर लिया है। 11वीं क्लास में पढ़ने वाली रितिका का रिजल्ट आने वाला था। रिजल्ट लाने से पहले उसने कहा था कि पापा लगता है कि मैं मैथ्स में फेल हो जाऊंगी। इस पर पिता ने कहा कि कुछ नहीं होगा और ऐसा हुआ तो भी कोई बात नहीं। बावजूद इसके रितिका ने एक सब्जेक्ट में फेल होने के चलते खुदकुशी कर ली।
बिखर गया पिता का सपना
रितिका के पिता पीएन व्यास मुरैना से ग्वालियर इसलिए शिफ्ट हुए थे कि बेटी और बेटे को अच्छी पढ़ाई मिल सके। रितिका ड्राइंग और पेंटिंग में इतनी होनहार थी कि पड़ोस के बच्चों के प्रोजेक्ट तक बनाने का बीड़ा उठा लेती थी। गुरुवार को उसने अपने छोटे भाई की कई पेंटिंग बनाईं क्योंकि वह बना नहीं पा रहा था।
रितिका ने अपने सुसाइड नोट में लिखा है-
.....मम्मी-पापा सॉरी मैं कुछ नहीं कर सकती... मैंने आपको दुख के अलावा कुछ नहीं कर सकती... सॉरी मैं कुछ नहीं कर सकती हूं, मैं आप सबसे बहुत प्यार करती हूं सॉरी. रितिका