
उन्होंने बताया कि गौरव का अपने चचेरे भाई संतोष पुत्र दिनेश से मकान व जमीन काे लेकर कुछ विवाद चल रहा था। आज सुबह करीब 8 बजे संतोष तमंचे लेकर गौरव के घर पहुंचा था। पहले संतोष ने उसके साथ गाली-गलौज की फिर मारपीट के साथ उसे गोली मार दी। गोली गौरव के पेट में जा लगी। जिससे उसकी घटनास्थल पर ही मौत हो गई। पुलिस ने मौका मुआयना कर आसपास के लोगो से पूछताछ की।
जांच के दौरान पुलिस मृतक गौरव के पड़ोस में रहने वाले चाचा सोनू (35) के घर घुसी तो एक कमरा अंदर बन्द मिला। काफी प्रयास के बाद भी जब दरवाजा नही खुला तो पुलिस ने आरी से उसे काट दिया। अंदर सोनू की गोली लगी लाश पड़ी थी। पुलिस के अनुसार आरोपी संतोष ने पहले अपने सौतेले पिता सोनू को मारा और उसे अंदर कमरे में बन्द कर दिया फिर वह गौरव को मारने उसके घर जाकर उसकी हत्या कर दी। पुलिस ने शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। पुलिस आरोपी की तलाश कर रही है।
अनाथ हो गई रुपाली
पहले माता पिता की मौत और अब इकलौते भाई की हत्या के बाद 12 साल की रुपाली अनाथ हो चुकी है। अभी तक भाई के सहारे रह रही रुपाली अकेली हो चुकी है। इस घटना से वह बेहद डरी ओर सहमी हुई है।
स्कूल गई थी रुपाली तभी बच गई
गौरव की हत्या करने घर में घुसे संतोष के सिर पर खून सवार था। इसीलिए उसने दो हत्या कर दी लेकिन इस बीच रुपाली बच गई। दरअसल रुपाली निगोही में ही सरस्वती स्कूल में कक्षा 7 की छात्रा है और आज वह अपना पेपर देने गई हुई थी। अगर रुपाली घर मे होती तो संतोष उसकी हत्या कर सकता था।