एमएल यादव/भोपाल। ग्वालियर संभाग के श्योपुर जिले में पत्रकार को जबरन हिरासत में लेकर पीटने वाले एडीएम बीरेन्द्र सिंह को सस्पेंड कर दिया गया है। यह आदेश मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आज स्टेट हेंडर पर सागर जाते समय दिए। बता दें कि एक लंबित जमानती वारंट की तमील कराने के लिए एडीएम ने अपना गनर भेजकर पत्रकार को जनसंपर्क कार्यालय से उठवा लिया और अपने आॅफिस में लाकर पीटा व जेल भेज दिया।
क्या हुआ घटनाक्रम
मंगलवार को पत्रकार दशरथ सिंह परिहार जिला जनसंपर्क कार्यालय में बैठे थे। तभी एडीएम का गनमैन आया और बंधक बनाकर उन्हें एडीएम के चेंबर में ले गया। वहां एडीएम वीरेंद्र सिंह मौजूद थे। एडीएम के आदेश पर गनमैन ने दशरथ से मारपीट शुरु कर दी। रीडर ने भी दशरथ के साथ मारपीट की। इसके बाद एडीएम ने पुलिस को बुलाया और दशरथ सिंह को गिरफ्तार करवा जेल भेज दिया। सूचना मिलने पर कई पत्रकार वहां पहुंचे तो एडीएम ने उन्हें भी धमकी दी कि यदि किसी ने बीच में हस्तक्षेप किया तो उसे भी जेल भिजवा दूंगा। पत्रकारों ने उनकी जमानत लेने का प्रयास किया लेकिन एडीएम के इशारे पर उनकी जमानत भी नहीं हो सकी। जेल में हालत बिगड़ने पर पत्रकारों की मांग पर दशरथ सिंह को इलाज के लिए देर रात अस्पताल में भर्ती कराया गया।
इस मामले प्रदेश भर की मीडिया ने तीखा विरोध किया था। सीआरपीसी की जिस धारा 345 के तहत पत्रकार को गिरफ्तार किया गया था जबकि इस धारा के तहत मात्र 200 रुपए का जुर्माना किया जाता है। बावजूद इसके एडीएम ने पत्रकार को इसलिए जेल भेजा क्योंकि पत्रकार लगातार एडीएम के खिलाफ खबरें प्रकाशित कर रहा था। एडीएम ने उसे 1 माह के लिए जेल भेजा था परंतु हंगामा होने के बाद आज उसे रिहा कर दिया गया। इधर भोपाल में मुख्यमंत्री ने एडीएम को सस्पेंड करने के आदेश दे दिए।