नई दिल्ली। बंपर डिस्काउंट के लालच में लोगों ने लाइन लगाकर बीएस-3 वाहन खरीद तो लिए लेकिन उनके लिए यह झटका देने वाली खबर है कि उनके वाहन मात्र 2020 तक ही सड़कों पर चल पाएंगें। जिस तरह नोटबंदी हुई थी, उसी तरह बीएस-3 वाहन बंदी होगी। 2020 के बाद इन वाहनों की कोई रीसेल नहीं होगी। ये कबाड़ के भाव बेचे जाएंगे। सुप्रीम कोर्ट ने जब बीएस-3 वाहनों पर प्रतिबंध लगाए थे तब आॅटोमोबाइल कंपनियों ने अपील की थी कि उन्हे गोदामों में रखा स्टॉक क्लीयर करने की मोहलत दी जाए परंतु सुप्रीम कोर्ट ने अपील खारिज कर दी। बाजार में लालच का कारोबार देखिए, फिर भी लोग समझ नहीं पाए और कंपनियों के बंपर डिस्काउंट के लालच में आ गए।
30 और 31 मार्च को देश हीरो मोटोकॉर्प, होंडा मोटरसाइकिल, टीवीएस जैसी ऑटो मोबाइल कंपनियों के शोरूम में अच्छी खासी सेल हुई। कई डीलरों और एजेंसियों के यहां पहले ही दिन बीएस-3 इंजन निर्मित वाहनों का पूरा स्टॉक बिक चुका था, बावजूद इसके दूसरे दिन सभी डीलरों और एजेंसियों में सुबह से ही लोगों की भीड़ लगने लग गई थी। आलम यह रहा कि दोपहर 12 बजे तक शहर के किसी भी शोरूम या एजेंसी में कोई टू व्हीलर (बीएस-3) सेल के लिए बचा ही नहीं। हीरो के टैरेटरी मैनेजर सुनील कुमार ने बताया कि कस्टमर्स के लिए 18 तो कंपनी कर्मचारियों के लिए 20 हजार रुपये तक का डिस्कांउट रखा गया था। वहीं कृष्णा ऑटो में 31 मार्च को कुल 35 बीएस-3 वाहनों की ब्रिकी हुई। उनकी ओर से टू व्हीलरों पर 15 से 25 हजार रुपये तक का डिस्कांउट दिया गया था। जबकि टाटा के शोरूम पर कारों पर 60 से 65 हजार रुपये की छूट दी गई थी। सेक्टर-43 स्थित होंडा प्लेटिनियम के मैनेजर अभिषेक छिब्बर के अनुसार दूसरे दिन 70 वाहनों की बिक्री हुई है। इनमें 20 स्कूटर और शेष बाइक हैं। वहीं शहर में कई जगह एजेंसियों और डीलरों के यहां देर शाम तक भीड़ देखी गई।
अब आगे क्या होगा
2020 तक देश में बीएस 6 नॉर्म्स को लागू कर दिया जाएगा। ऐसे में आपके अभी खरीदे गए बीएसी 3 व्हीकल्स की रीसेल वैल्यू बिल्कुल कम हो जाएगी। इसके अलावा एक जोखिम यह भी है कि जब देश में बीएस 4 व्हीकल्स के आने के कुछ साल बाद बीएस 3 गाड़ियों के डिस्पोजल का अनिवार्य नियम बन गया तो आपको इसे कबाड़ बनाकर ही बेचना पड़ेगा।