
इसी दौरान एक लड़की ने कैम्पस में बाहरी लड़कों के घुसने और छेड़छाड़ करने का मुद्दा उठाया।एक लड़की ने हॉस्टल में एक पॉवरफुल लड़के के आने की बात भी कही। उसने बताया कि जब मैंने डीएवीवी के कर्मचारी को उसके खिलाफ एक्शन लेने को कहा तो उसने कोई कार्रवाई नहीं की। यही नहीं उस लड़के ने कर्मचारी के सामने ही मुझे देख लेने की धमकी दे डाली। इस पर वीसी ने लड़की से कहा कि आपको उस लड़के का फोटो खींच लेना था।
लड़की ने जब कहा कि यह सब तो कर्मचारी के सामने हुआ, फिर फोटो लेने का सवाल कहां आता है। इस पर एक लड़की ने कहा कि इतनी बार शिकायत करने के बावजूद लड़के आकर हमसे छेड़छाड़ करते हैं और आप फोटो खींचने की बात कह रहे हैं। छात्रा की बात सुन वीसी ने कहा ठीक है हम इस पर एक्शन लेंगे और आगे से ऐसे लड़कों की एंट्री बंद करवा देंगे।
हॉस्टल खाली करवाने की बात पर बढ़ा था विवाद
दरअसल, प्रबंधन ने एक नोटिस जारी कर सभी लड़कियों से एक जून के पहले हॉस्टल खाली करने को कहा है। छात्राओं का कहना था कि हम छुट्टियों में घर नहीं जाते, बल्कि कोचिंग लेते हैं, इसलिए चाहे जो हो जाए हम हॉस्टल खाली नहीं करेंगे। इस पर कुलपति ने कहा कोचिंग के लिए हम हॉस्टल नहीं दे सकते। छात्राओं ने कहा कि हम अपना सामान कहां लेकर जाएंगे। इस पर कुलपति ने हर हॉस्टल में एक-एक कक्ष देने की बात कही, पर सहमति नहीं बनी। यूनिवर्सिटी प्रबंधन का कहना है हम नियमानुसार कार्रवाई कर रहे हैं। वार्डन काे जिम्मा सौंपेंगे कि वे सभी 12 होस्टलों के विद्यार्थियों को समझाएं।