आनंद ताम्रकार/बालाघाट। मध्यप्रदेश विद्युत वितरण कंपनी बालाघाट के कार्यपालन यंत्री अनिल कुमार सोनी को लोकायुक्त पुलिस ने कल देर शाम कार्यालय में ही 2000 हजार रूपये की रिश्वत लेते रंगेहाथों पकडा उनके विरूद्ध भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की धारा 7,13(1), (डी), 13(2), के तहत कार्यवाही की जायेगी।
लोकायुक्त पुलिस के निरीक्षक प्रभात शुक्ला के अनुसार वार्ड नं.27 बालाघाट निवासी अनिल जैसवाल ने 16 अप्रैल को शिकायत की थी की कार्यपालन यंत्री द्वारा वाहन किराये के 1 लाख 30 हजार रूपये के बिल निकालने के एवज में 13000 हजार रूपये की मांग की जा रही है। शिकायत के सत्यापन पश्चात कार्यवाही की और उन्हें 2000 रूपये की रिश्वत लेते पकडा गया। जैसवाल पहले 3000 रूपये सोनी को दे चूके थे।
10 प्रतिशत कमीशन का खुला खेल
बताया जा रहा है कि विभाग में 10 प्रतिशत कमीशन का खुला खेल चल रहा है। यह तो केवल एक मामला है जिसमें शिकायतकर्ता के कारण कार्रवाई हो गई। जबकि बिजली कंपनी में किसी भी प्रकार की सेवाएं या सप्लाई देने वालों से कमीशन वसूला ही जाता है। कमोवेश मप्र शासन के दूसरे विभागों में भी हालात यही हैं। अफसर खुलेआम घूस वसूली करते हैं। वो इसे अधिकारपूर्वक मांगते हैं। ना देने पर परेशान करते हैं।