भोपाल। बिजली संविदा और आऊट सोर्सिग के पच्चीस हजार बिजली संविदा कर्मचारी अधिकारी 17 अप्रैल से अनिश्चित कालीन हड़ताल पर हैं। आज हड़ताल का लगातार दूसरा दिन बिजली प्रबंधन के एमडी संजय शुक्ला और सीएमडी सेलवेन्द्रम ने युनाईटेड फोरम और संविदा कर्मचारी अधिकारी महासंघ के पदाधिकारियों को चर्चा के लिए बुलाया चर्चा में संविदा कर्मचारियों और आऊट सोर्सिग के कर्मचारियों की समस्याओं का कोई सकरात्मक हल नहीं निकलने से यह निर्णय लिया गया है कि बिजली संविदा कर्मचारियों और आऊट सोर्सिग की हड़ताल जारी रहेगी।
बिजली संविदा और आऊट सोर्सिंग के कर्मचारियों के लगातार हड़ताल पर रहने से पूरे प्रदेश की बिजली व्यवस्था एक ही दिन में ठप्प हो गई है। मप्र संविदा कर्मचारी अधिकारी महासंघ के प्रदेश अध्यक्ष रमेश राठौर तथा युनाईटेड फोरम फार पावर एम्पलाईज फडरेशन एवं इंजीनियर्स के संयोजक व्ही.के.एस परिहार ने बताया कि भाजपा के घोषणा पत्र 2013 में बिजली संविदा और आऊट सोर्सिग के संविदा कर्मचारियों को नियमित किये जाने के वादे को पूरा करवाने तथा निष्कासित संविदा कर्मचारियों की बहाली के लिए आज बिजली विभाग के सभी कम्पनियों में कार्यरत संविदा, आऊट सोर्सिग के 25 हजार संविदा कर्मचारियों अनिश्चित कालीन हड़ताल पर हैं। अनेकों बार ज्ञापन देने के बाद भी सरकार ने कोई सुध नहीं ली है। हमारी मांग जायज है।
जब म.प्र. सरकार गुरूजी, पंचायत कर्मी, शिक्षा कर्मी, मंत्री पदस्थापना में कार्य करने वाले कर्मचारी जिनकी नियुक्ति पिछले दरवाजे से बिना किसी योग्यता के की गई थी, को सरकार ने नियमित कर दिया तो बिजली संविदा और आऊट सोर्सिंग के कर्मचारियों को नियमित क्यों नहीं कर सकती है।