भोपाल। राजधानी भोपाल के अम्बेडकर पार्क में बिजली संविदा कर्मचारियों तथा आऊट सोर्सिंग कर्मचारियों विगत चार दिनों से चल रही अनिश्चित कालीन हड़ताल में संविदा और आऊट सोर्सिंग कर्मचारियों का दर्द निकलकर आया। अम्बेडकर पार्क में हुई सभा में जिलों से आए हुये संविदा और आऊट सोर्सिंग कर्मचारियों ने दर्द बयां किया। जिसमें संविदा कर्मचारियों ने बताया कि दिन रात मेहनत करने के बाद भी संविदा बढ़ाने के नाम पर अधिकारी पैसे मांगते हैं। यदि पैसे नहीं दो तो संविदा नहीं बढ़ाते हैं। इस प्रकार हर साल करोड़ों रूपये की वसूली संविदा कर्मचारियों से होती है। संविदा बढ़ाने के लिए पैसे नहीं देने पर अधिकारी तरह-तरह से प्रताडि़त करते हैं।
वहीं आऊट सोर्सिग के कर्मचारियों को ठेकेदारों को अपने मिलने वेतन में से हिस्सा देना पड़ता है। ठेकेदार नौकरी पर रखने के नाम पर एडवांस पैसा जमा भी कराता है किसी से दस हजार किसी से बीस हजार। ठेकेदार बिजली कम्पनियों से ठेके तो लेबर रेट पर लेते हैं जिससे उनको टेंडर पास हो जाए और दिखाने के लिए आऊट सोर्सिग के कर्मचारियों के खाते में भी पैसा डालते हैं। पैसा खाते में डालने के बाद कर्मचारियों से ठेकेदार खाते में से निकलवाकर वापस ले लेता है। इस प्रकार ठेकेदार और बिचौलिये सरकार और कम्पनी की आंखों में धूल झौंककर दिन रात मेहनत करने वाले आऊट सोर्सिंग के कर्मचारियों का खून चूस रहे हैं।
युनाईटेड फोरम के घटक संगठनों ने भी आज मंच पर आकर आंदोलन का ऐलान कर दिया है। युनाइटेड फोरम के संयोजक व्ही.के.एस परिहार ने आज दोपहर 12 बजे युनाईटेड फोरम के घटक संगठनों की बैठक बुलाई थी। बैठक में बिजली अभियन्ता संध के महासचिव अनुराग नायक, जेई एसोसिएशन के अध्यक्ष सतीश श्रीवास्तव, युनाइटेड फोरम के सचिव सुनील गुरीले, इंदौर से जे.के. वैष्णव, राज्य विघुत तकनीकी कर्मचारी संघ दिनेश दुबे ने भाग लिया जिसमें निर्णय लिया गया है कि बिजली अभियन्ता संघ सहित युनाईटेड फोरम के सभी घटक संगठन संविदा और आऊट सोर्सिंग कर्मचारियों की हड़ताल के समर्थन में अगले सप्ताह से हड़ताल पर चले जायेंगें। सभी ने बिजली संविदा और आऊट सोर्सिंग कर्मचारियों की अम्बेडकर मैदान में चल रही हड़ताल के मंच पर जाकर घोषणा की।