नई दिल्ली। जून-जुलाई में आ रहे उत्तरप्रदेश के नगरीय निकाय चुनाव में मतदान ईवीएम से नहीं कराया जाएगा, बल्कि मतपत्रों से मतपेटी में वोट डलवाए जाएंगे, जैसे कि पहले हुआ करते थे और जिसकी मांग बसपा समेत 18 विपक्षी दलों ने की है। इसके लिए उत्तरप्रदेश राज्य निर्वाचन आयोग ने टेंडर नोटिस भी जारी कर दिया है ताकि समय रहते मतपत्रों की छपाई व्यवस्था सुनिश्चित की जा सके।
उत्तर प्रदेश राज्य निर्वाचन आयुक्त ने भारत निर्वाचन आयोग को एक चिठ्ठी भेजी है। राज्य निर्वाचन आयोग ने पुरानी ईवीएम को बदलने की मांग की है। राज्य निर्वाचन आयोग ने कहा है कि वर्ष 2006 से पुरानी मशीनों को बदला जाए और उन्हें नई मशीने दी जाए। यदि ऐसा नहीं हो पाता तो पुरानी मशीनों पर नए चुनाव नहीं कराए जाएंगे। बल्कि बैलेट पेपर पर मतदान की प्रक्रिया सुनिश्चित की जाएगी।
इस संबंध में राज्य निर्वाचन आयोग की ओर से बैलेट पेपर के लिए बाकायदा टेंडर भी जारी कर दिये गये हैं। बता दें कि जून-जुलाई में ही प्रदेश में नगर निकाय के चुनाव होने जा रहे हैं जिन्हें राज्य निर्वाचन आयोग की देख-रेख में संपन्न होना है। इसी संबंध में राज्य निर्वाचन आयोग की ओर से केंद्रीय निर्वाचन आयोग को पत्र लिखकर पुरानी ईवीएम को बदलकर नई ईवीएम की मांग की है।
राज्य निर्वाचन आयोग की ओर से बैलेट पेपर के लिए टेंडर भी जारी कर दिये गये हैं। राज्य निर्वाचन आयोग के पत्र के बाद संभावना जताई जा रही है कि अब यूपी में होने वाले नगर निकाय चुनाव को बैलेट पेपर से संपन्न कराया जा सकता है।