भोपाल। मध्यप्रदेश के दबंग आईएएस अफसर राधेश्याम जुलानिया का विरोध तेजी से बढ़ता जा रहा है। सरकार को चिंता है कि यह विरोध चुनाव में नुक्सान दायक हो सकता है। अफसरों की स्थिति यह है कि वो जुलानिया के डर से सही स्थिति भी बयां नहीं कर रहे हैं। जुलानिया ने बारिश से पहले सभी आवास का काम पूरा करने के लिए कहा है। लेकिन गुरूवार को हुई वीसी के दौरान सत्यापन या उसके बाद आने वाली कठिनाई को लेकर किसी भी अफसर की इतनी हिम्मत नहीं पड़ी कि वह जुलानिया से कोई सवाल कर सके या अपनी परेशानी बता सके।
जुलानिया द्वारा जारी की गई गाइड लाइन के कारण पीएम आवास योजना में हितग्रहियों को मकान के लिए धड़ाधड़ अपात्र ठहराए जाने से लोगों में आक्रोश पनप रहा है। इनकी नाराजगी दूर करने के लिए अपात्र हितग्राहियों को सीएम आवास योजना में कन्वर्ट करने की तैयारी चल रही है। इस संबंध में अभी कोई अधिकारिक आदेश तो जारी नहीं हुए हैं लेकिन इस बात के संकेत मौखिक रूप से दिए गए हैं।
ग्राम उदय से भारत उदय अभियान के बाद यह कसरत होगी। इसमें जिन्हें किश्त जारी हो गई और वे अपात्र हो गए है, उन्हें सीएम आवास योजना में लोन दिलवाकर किश्त वसूल की जाएगी और बाकी पैसे से उनका मकान पूरा कराया जाएगा। यही कारण है कि सत्यापन के बाद अपात्र हितग्राहियों के नाम पर सभी जनपद सीईओ और योजना का काम देख रहे कर्मचारियों को खमोश रहने का कहा गया है।