एंड्राइड फोन में जीपीएस को ट्रैक करने के कई तरीके उपलब्ध हैं। जिसकी उपयोग आप अंजान इलाकों में नेविगेट करने के अलावा, फोन के चोरी हो जाने या खो जाने पर ट्रैक करने के लिए कर सकते हैं। खास बात है कि एंड्राइड फोन में ट्रैकिंग फीचर का उपयोग करने के लिए आपको इंटरनेट की भी आवश्यकता नहीं होती। यानि यूजर्स बिना इंटरनेट कनेक्टिविटी के भी इसे उपयोग कर सकते हैं। एंड्राइड फोन यूजर अपने स्मार्टफोन को ट्रैकिंग डिवाइस के रूप में भी उपयोग कर सकते हैं। जिसके आपको कुछ आसान टिप्स की जानकारी होना जरूरी है।
एंड्राइड डिवाइस मैनेजर
एंड्राइड डिवाइस मैनेजर सभी एंड्राइड स्मार्टफोन में उपलब्ध होने वाला एक विशेष फीचर है। जो कि आपकी लोकेशन के बारे में गूगल सर्वर को जानकारी देता और गूगल का वेब इंटरफेस आपको आपके डिवाइस का स्थान बताने में मदद करता है। यह एक बेहद ही उपयोग एप है जो जिसका उपयोग कर आप अपने एंड्राइड डिवाइस को एक विश्वसनीय ट्रैकिंग डिवाइस में बदल सकते हैं। एंड्राॅयड डिवाइस मैनेजर फोन की वास्तविक लोकेशन का पता करने के लिए फोन में मौजूद GPS सिस्टम का उपयोग करती है। इस एप को डाउनलोड करने के बाद सेटिंग्स में जाकर आप अपने फोन को गूगल अकाउंट से कनेक्ट कर सकते हैं। एक बार गूगल अकाउंट से कनेक्ट होने के बाद जब भी यह एप एक्टिवेट होगी, आपके गूगल अकाउंट पर इसकी जानकारी दी जाएगी।
एंड्राइड डिवाइस मैनेजर को फोन में एक्टिव करने के लिए आपको फोन की सेटिंग में दिए गए सिक्योरिटी विकल्प पर क्लिक करना है। इसके बाद आपको डिवाइस एडमिनिस्ट्रेटर्स का आॅप्शन दिखेगा उस पर क्लिक करें और वहां दिए गए एंड्राइड डिवाइस मैनेजर विकल्प पर टिक करें। जिसके बाद आपको इसे एक्टिव करने का आॅप्शन मिलेगा उस पर क्लिक करें और इस फीचर को फोन में एक्टिव करें। जिसके बाद यह आपके गूगल अकाउंट से अटैच हो जाएगा और फोन के खो जाने या चोरी हो जाने पर उसे जीमेल अकाउंट पर जाकर ट्रैक कर सकते हैं।