ग्वालियर। 'अंग्रेजों के साथ मिलकर सिंधिया परिवार के लोगों ने भिंड की जनता पर अत्याचार किए' बयान देकर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान बुरी तरह फंस गए हैं। अब तक इस मामले में चुप्पी साधे रखने वाला सिंधिया परिवार अब हमलावर हो गया है। भाजपा की संस्थापक राजमाता सिंधिया की बेटी एवं शिवराज सिंह कैबिनेट की मंत्री यशोधरा राजे सिंधिया के बाद अब गुना सांसद एवं राजमाता सिंधिया के प्रपोत्र ज्योतिरादित्य सिंधिया ने भी शिवराज सिंह पर हमला किया है। उन्होंने शिवराज के बयान को ओछी राजनीति बताया है।
सीएम शिवराज पर हमला बोलते हुए उन्होंने कहा सीएम शिवराज ने सिंधिया परिवार पर टिपण्णी करके ओछी राजनीति का परिचय दिया है। इससे ज्यादा मैं कुछ नही कहूंगा। वहीं ईवीएम मशीन में गड़बड़ी के मामले सिंधिया ने कहा कि मामला गंभीर है। पहले से ही ईवीम मशीन को लेकर सवाल खड़े होते रहे हैं। इस मामले को लेकर हम चुनाव आयोग गए हैं। निष्पक्ष चुनाव करने के लिए चुनाव आयोग से मांग की है।
दरअसल, अटेर विधानसभा क्षेत्र के सिहुंडा गाँव पहुंचे मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान सिंधिया परिवार पर हमला बोलते हुए शिवराज सिंह ने कहा था कि 'अंग्रेजों के साथ मिलकर सिंधिया परिवार ने भिंड की जनता पर बहुत जुल्म ढाए हैं।' शिवराज के इस बयान को लेकर एक नई बहस छिड़ गई। लोगों ने उन्हे याद दिलाया कि वो जिस सिंधिया परिवार पर कीचड़ उछाल रहे हैं, उसी सिंधिया परिवार की विजयाराजे सिंधिया से दान में मिले पैसों से भाजपा खड़ी हुई है। यदि राजमाता सिंधिया पैसे ना देतीं तो ना तो भाजपा इतनी तेजी से विस्तार कर पाती और नाम ही राममंदिर आंदोलन इतना बड़ा हो पाता। राजमाता सिंधिया की दोनों बेटियां भी भाजपा में ही हैं। वसुंधरा राजे सिंधिया राजस्थान की मुख्यमंत्री हैं तो यशोधरा राजे सिंधिया, शिवराज सिंह कैबिनेट में मंत्री।
बवाल बढ़ने पर शिवराज सिंह ने बांधवगढ़ में कहा कि वो राजमाता का सम्मान करते हैं। श्रृद्धा से सिर झुकाते हैं परंतु उनके बयान से शुरू हुआ विवाद अब थमने का नाम नहीं ले रहा है। वोट के लिए वो भाजपा के संस्थापकों को भी कलकिंत कर सकते हैं, यह बड़ा सवाल बन गया है।