भोपाल। उमरिया जिले की बांधवगढ़ सीट पर हुए उपचुनाव में राजनीति में परिवारवाद का विरोध करने वाली भाजपा का परिवारवादी प्रत्याशी जीत गया। मप्र कांग्रेस कमेटी के प्रदेश अध्यक्ष की कुर्सी के लिए लालायित कमलनाथ यहां भी कुछ नहीं कर पाए। बता दें कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने शर्त के मुताबिक यहां मंत्री ज्ञानसिंह के बेटे शिवरानायण सिंह को टिकट दिया था। कांग्रेस की ओर से कमलनाथ उनका मुकाबला कर रहे थे। कांग्रेस ने सावित्री सिंह को बतौर प्रत्याशी उतारा था।
वोटों की गिनती समाप्त होने के बाद भाजपा प्रत्याशी शिवनारायण सिंह ने 25,475 वोट से जीत दर्ज की है। शुरुआती राउंड की काउंटिंग से ही शिवनारायण सिंह को लगातार बढ़त मिल रही थी ।उमरिया स्थित शासकीय जिला शिक्षण एवं प्रशिक्षण संस्थान (डाइट) को मतगणना केंद्र बनाया गया था। कांग्रेस ने यहां चुनाव अधिकारी से रिकाउंटिंग के लिए आवेदन दिया था।
यहां मुकाबला कमलनाथ और शिवराज सिंह के बीच था। राज्यसभा में विवेक तन्खा की जीत का श्रेय लूटने वाले कमलनाथ शहडोल लोकसभा उपचुनाव के बाद यहां भी कुछ नहीं कर पाए, जबकि सीएम शिवराज सिंह चौहान ने यहां ना तो तूफानी सभाएं की थीं और ना ही दूसरे चुनावों की तरह यहां की जनता को हजारों करोड़ के विकास कार्य का वादा किया गया था। शिवराज सिंह, अटेर के उपचुनाव में फंसे हुए थे। उनका पूरा फोकस अटेर पर था। कमलनाथ के लिए शिवराज को शिकस्त देने का इससे बेहतर कोई मौका नहीं था, फिर भी वो कुछ नहीं कर पाए। भाजपा ने अपने सिद्धांतों के विरुद्ध जाकर प्रत्याशी उतारा था। परिवारवाद यहां मुद्दा हो सकता था। प्रत्याशी के पास कोई खास अनुभव भी नहीं था फिर भी कमलनाथ मामलों सुर्ख रंग नहीं दे पाए। लक्झरी लाइफ और गुडीगुडी पॉलिटिक्स के कारण कांग्रेस के हाथ से यह सीट जाती रही।