उपदेश अवस्थी/भोपाल। इन दिनों सारे देश में लालबत्तियों की बात चल रही है। पहले पंजाब ने बत्तियां उतारीं थीं अब प्रधानमंत्री ने पूरे देश की बत्तियां उतार दीं। इस बीच मप्र के एक दिग्गज आईएएस अफसर मनोज श्रीवास्तव ने बत्ती का नया प्रयोग समझाया है। कई दबंगों को ठिकाने लगा चुके मनोज श्रीवास्तव ने फेसबुक पर लिखा है कि 'बत्ती वैसे भी लगाने की नहीं, देने की चीज है।' इसके बाद नौकरशाहों के बीच कुछ पुरानी यादें ताजा होने लगीं हैं। लोग गिनती कर रहे हैं कि मनोज श्रीवास्तव जी ने अब तक किस किस में बत्ती दी है।
केंद्र सरकार के लालबत्ती पर रोक लगाने के निर्णय के बाद मप्र कैडर के 1989 बैच के अधिकारी और वाणिज्यिक कर विभाग के प्रमुख सचिव मनोज श्रीवास्तव ने अपनी फेसबुक वॉल पर एक पोस्ट चस्पा की है। उन्होंने लिखा है कि 'बत्ती वैसे भी लगाने की नहीं, देने की चीज है।' इस पोस्ट को बिजली कंपनी के सीएमडी संजय शुक्ला और आईएएस भास्कर लक्षकार ने लाइक किया है।
किस तरह से बत्ती देते हैं मनोज श्रीवास्तव
हम सिर्फ हाल ही में गुजरे एक प्रसंग सुनाते हैं। हुआ यूं कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की नमामि देवी नर्मदा यात्रा के दौरान शराबबंदी की घोषणा पर कैबिनेट में बहस हुई। वर्ष 2016-17 की शराब नीति के प्रेजेंटेशन के दौरान आबकारी विभाग के प्रमुख सचिव मनोज श्रीवास्तव ने मुख्यमंत्री की घोषणा का जिक्र करते हुए बताया कि ‘2016-17 के लिए नर्मदा किनारे की शराब की दुकानें बंद कर रहे हैं। इसी बीच वनमंत्री गौरीशंकर शेजवार ने प्रतिक्रिया दी कि, उन्हें ऐसा लग रहा है कि दुकानें सिर्फ एक साल के लिए बंद की जा रही हैं। जबकि उन्हें हमेशा के लिए बंद होना चाहिए। यह सुनते ही मनोज श्रीवास्तव ने मंत्रीजी में तत्काल बत्ती दे डाली। उन्होंने कहा कि 'ऐसा सोचने वालों की बुद्धि पर तरस आता है।' यह सुनते ही मंत्रीजी नाराज हो गए लेकिन मनोज श्रीवास्तव बत्ती देने और गोटियां खेलने में शामिल हैं। उन्होंने तत्काल गोटी सेट कर दी और सबकुछ सामान्य हो गया। ये तो बस छोटी सी नजीर थी। मनोज सर कुछ ऐसी बत्तियां भी दे चुके हैं कि जिसे लगी वो आज तक नॉनस्टॉप दौड़ रहा है।