MEDIA को जेल की धमकी देने वाली निर्वाचन अधिकारी बोली, मैं तो मजाक कर रही थी

Bhopal Samachar
भोपाल। अटेर (भिंड) विधानसभा उपचुनाव की तैयारियों का जायजा लेने के बाद भोपाल लौटीं मुख्य निर्वाचन अधिकारी (सीईओ) सलीना सिंह ने भिंड में मीडिया को धमकी देने के सवाल पर सफाई पेश करते हुए उन्होंने कहा कि, 'मैं तो हंसी-मजाक कर रही थी। हालांकि उनकी भिंड की मीडिया से पहली मुलाकात थी। कोई पुराना परिचय भी नहीं था। ऐसे में अंजान लोगों से हंसी-मजाक...?

शुक्रवार को मीडिया को खबर न छापने की धमकी देने वाली सलीना सिंह ने शनिवार को भोपाल में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में सफाई पेश की। अपनी सफाई में सलीना सिंह ने कहा कि, मैं तो हंसी-मजाक कर रही थी। मैं तो मीडिया के चाहे जाने पर ही डेमो देने के लिए गई थी। मुझे नहीं पता कि ईवीएम में कोई भी बटन दबाने पर कमल की पर्ची ही बाहर आएगी। डेमो के दौरान हमारी टीम और मीडिया के बीच हेल्दी माहौल में बातचीत हो रही थी। इस बीच मेरे मजाक को गलत समझ लिया गया।

मशीनों में कोई गड़बड़ी नहीं है
मैंने किसी को कोई धमकी नहीं दी। ईवीएम में गड़बड़ी की शिकायत मैं दिल्ली इलेक्शन कमीशन को करूंगी। पत्रकारों के सवाल पर नाराजगी जाहिर करते हुए सलीना ने कहा कि, मैं मीडिया से मुंह नहीं छिपा रही हूं, न ही उनके सवालों से बचना चाहती हूं। जिनको मुंह छिपाना होगा वह प्रेस कॉन्फ्रेंस बुलाकर यूं मीडिया के सामने नहीं आएगा। सलीना सिंह ने ईवीएम में गड़बड़ी होने की आशंका से साफ मना कर दिया। उन्होंने कहा कि, अटेर में 288 में से 237 मतदान केंद्र अति संवेदनशील हैं। हम केवल वहां चैकिंग करने गए थे। मीडियाकर्मियों के कहने पर हमने मशीन चेक की थी। पहली बटन दबाने पर उसमें कमल आया, जबकि दूसरी बार दबाने पर पंजा। ऐसा नहीं है कि हर बटन दबाने पर कमल आया हो। मशीने फुल फ्रूक हैं। उसमें गड़बड़ी होने की आशंका बिलकुल नहीं है।

हमारे राज्य में निष्पक्ष होगा चुनाव
कांग्रेस पार्टी ने ईवीएम में गड़बड़ी का आरोप लगाया। इसके जवाब में सलीना ने कहा कि, हमारे प्रदेश में चुनाव निष्पक्ष होगा। मशीनें किसी खास जगह से बनवाकर नहीं मंगवाई है। ये तो अलग-अलग राज्यों से आती हैं, रही बात गड़बड़ी की तो इसकी जांच कराई जाएगी।

कांग्रेस के दिग्गजों ने कहा...
दिल्ली में मप्र के पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह ने कहा है कि, मुझे पहले से ही ईवीएम मशीन पर भरोसा नहीं है। मैं बार-बार ये कहता आया हूं कि ईवीएम मशीन में एक पेपर ट्रेल होना चाहिए, जिससे यह पता लग सकेगा कि व्यक्ति ने किस पार्टी को वोट दिया है। सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया के अनुसार कांग्रेस बार-बार ईवीएम में गड़बड़ी के मुद्दे को उठाती रही है। यह मामला गंभीर है इसके खिलाफ समय रहते एक्शन लिए जाना चाहिए। राज्यसभा सदस्य विवेक तन्खा ने कहा है कि, मुख्य निर्वाचन अधिकारी मामले को दबाने की कोशिश में लगी हैं। कांग्रेस को उन पर भरोसा नहीं है।

भिंड में दी थी मीडिया को धमकी
अटेर विधानसभा उपचुनाव की तैयारियों की समीक्षा करने एमपी की चीफ इलेक्शन पदाधिकारी सिंह शुक्रवार को भिंड पहुंची थीं। इस दौरान सलीना सिंह ने शुक्रवार को भिंड में डेमो के दौरान जब डमी ईवीएम के दो अलग-अलग बटन दबाए तो वीवीपीएटी से कमल के निशान का प्रिंट निकला। मशीनों की जांच के दौरान पहले ईवीएम पर चौथे नंबर का बटन दबाया गया। वीवीपीएटी से निकली पर्ची पर सत्यदेव पचौरी का नाम और कमल का फूल छपा था। फिर से कोई दूसरा बटन दबाया गया। इस पर भी कमल का फूल छपा। हालांकि, तीसरी बार जब एक नंबर का बटन दबाया तो पंजा निकला। इसी बीच, जब मीडियाकर्मियों ने सवाल उठाए तो सलीन ने कहा था कि, खबर छापी तो थाने भिजवा दूंगी।

इसके बाद लहार के विधायक डॉ. गोविंद सिंह ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करके आरोप लगाया कि भाजपा ईवीएम में गड़बड़ी करके उपचुनाव जीतना चाहती है। उन्होंने कहा कि सलीना सिंह से निष्पक्षता की उम्मीद नहीं है।

हमारे लिए आसान नहीं है ये प्रक्रिया
मप्र में पहली बार ईवीएम के साथ वीवीपीएटी मशीन का उपयोग किया जा रहा है। मतदाता मतदान के बाद 7 सेकंड तक दिए गए वोट को देख सकेंगे। यह चुनाव के लिए पूरी तरह सुरक्षित है। मेरा यकीन मानिए ऐसा कराना हमारे लिए आसान नहीं है क्योंकि इस प्रक्रिया में काफी वक्त लगेगा। हो सकता है मतदान देर शाम तक कराए जाएंगे। 
सलीना सिंह, मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी

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