बरेली | उत्तर प्रदेश में बीजेपी के सत्ता में आते ही पार्टी के विधायकों की दबंगई शुरु हो गई है। हाल ही में एक बीजेपी विधायक ने टोल कर्मचारी द्वारा गाड़ी रुकवार टोल का पैसा मांगने पर उसकी पिटाई कर दी थी। अब बरेली के नवाबगंज से विधायक केसर सिंह गंगवार पर एक बैंक मैनेजर के साथ मारपीट कर उसे बंधक बनाने का आरोप लगा है। पीड़ित मैनेजर ने जब इसकी शिकायत पुलिस को की तो देर रात तक पुलिस ने इस मामले में विधायक के खिलाफ केस दर्ज नहीं किया। विधायक की इस दबंगई के बाद से बैंक कर्मचारी डरे हुए है। यह मामला दलेल नगर की बड़ौदा उत्तर प्रदेश ग्रामीण बैंक शाखा का है।
इस घटना के बारे में बात करते हुए बैंक मैनेजर ने कहा कि वह एक ग्राहक से फोन पर बात कर रहे थे कि तभी वहां पर विधायक केसर सिंह और प्रधान समेत करीब 6 लोग बैंक में पहुंचे। मैनेजर ने कहा कि विधायक ने मुझसे दो ग्रामीण किसानों के खाते की जानकारी मांगी तो हमने उन्हें बता दिया कि इन दोनों पर कर्ज है और दोनों ही कर्ज माफी स्कीम के अंतर्गत आते है। हमने विधायक से कहा कि जल्द ही कर्ज की राशि दोनों के बैंक खाते में डलवा दी जाएगी। इतना सुनने के बाद विधायक भड़क गए और वे उसी समय दोनों के खातों में राशि जमा करने के लिए कहने लगे। मैनेजर ने इंकार किया तो केसर सिंह और उनके साथ आए लोगों उनकी जमकर पिटाई की, फिर उसके बाद बैंक से घसीटते हुए अपनी गाड़ी में बैठाकर अगवा कर ले गए।
मैनेजर ने बताया कि उसका फोन भी छीन लिया गया था। विधायक ने मैनेजर से एक कोरे कागज पर जबरदस्ती लिखवाया कि वह जल्द ही किसानों के खातों में कर्ज राशि को जमा करा देगा। इसके बाद ही उन्होंने मैनेजर को रिहा किया। शिकायत के बावजूद पुलिस द्वारा विधायक और उसके साथियों के खिलाफ कोई कार्रवाई न होता देख दलेल नगर के कई बैंक अधिकारियों और कर्मचारियों ने पुलिस थाने के बाहर जमकर प्रदर्शन किया। वहीं विधायक ने खुद पर लगे आरोपों को गलत बताया है। केसर सिंह का कहना है कि बैंक मैनेजर जानकर किसानों के कर्ज माफी की राशि को उनके खाते में जमा नहीं कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि मैनेजर किसानों का शोषण कर रहे है।