भोपाल। मप्र की शिवराज सिंह सरकार ने एक बार फिर बिजली को महंगा कर दिया। दामों में 10 प्रतिशत की बढ़ोत्तरी की गई है। जबकि बिहार एवं छत्तीसगढ़ ने हाल ही में बिजली की दरों में भारी कटौती की है। बिहार में तो किसानों को 1.5 रुपए प्रति यूनिट बिजली दी जा रही है। मध्यप्रदेश के 1 करोड़ 20 लाख बिजली उपभोक्ताओं के लिए 1 अप्रैल से घरेलू बिजली की नई दरों के अनुसार ही बिलिंग होगी। राज्य विद्युत नियामक आयोग ने शनिवार को वित्तीय वर्ष 2017-18 के लिए बिजली का नया टैरिफ ऑर्डर जारी कर दिया।
आयोग ने टैरिफ के चारों स्लैब में इजाफा किया है। 0 से 50 यूनिट बिजली खपत करने पर अब उपभोक्ताओं को प्रति यूनिट 3.65 की जगह 3.85 रुपए देने होंगे। 300 यूनिट या उससे ज्यादा खपत करने वालों से प्रति यूनिट अब 6.10 रुपए की बजाय 6.30 वसूले जाएंगे। प्रदेश की बिजली वितरण से जुड़ी तीनों कंपनियों की ओर से मप्र पावर मैनेजमेंट कंपनी ने आयोग के सामने जनवरी में याचिका दायर की थी। इसमें घरेलू दायर याचिका में घरेलू बिजली दरों में 10.65 फीसदी बढ़ोत्तरी की जरूरत बताई थी।
आयोग ने कंपनी की इस याचिका के मद्देनजर उपभोक्ताओं व आम लोगों से 2 मार्च तक आपत्ति व सुझाव बुलवाए थे। आयोग ने मार्च में जबलपुर, इंदौर और भोपाल में जन सुनवाई की थी। इस दौरान आईं आपत्तियों के बाद आयोग तैयारियों में जुट गया था। इस बार लगातार तीसरे साल दरों में इजाफा हुआ है। वित्तीय वर्ष 2016-17 में 10 और 2015-16 में बिजली दरों में 9.5 फीसदी इजाफा हुआ था।