मुंबई। बॉलीवुड एक्टर आमिर खान ने पाकिस्तान के मुंह पर करारा तमाचा जड़ा है। उन्होंने पाकिस्तान में दंगल रिलीज करने से इंकार कर दिया क्योंकि पाकिस्तान के सेंसर बोर्ड ने शर्त रखी थी कि वो 'दंगल' में से भारत के राष्ट्रगान एवं तिरंगा वाले सीन हटा दें। आमिर ने पाकिस्तान की शर्त स्वीकार करने से इंकार कर दिया। यह तमाचा भारत के उन कट्टरवादी नेताओं के गाल पर भी निशान छोड़ रहा है जिन्होंने असहिष्णुता के मुद्दे पर आमिर खान को देशद्रोही कहा था। भाजपा के महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने तो दंगल को भारत में फ्लॉप कराने की अपील की थी।
'दंगल' में लीड रोल निभाने के साथ-साथ फिल्म के प्रड्यूसर आमिर खान ने इस फिल्म को पाकिस्तान में रिलीज करने से इनकार कर दिया। पाकिस्तानी सेंसर बोर्ड ने बीते हफ्ते शर्त रखी कि फिल्म में भारतीय राष्ट्रगान और तिरंगे से जुड़े दो सीन्स हटा दिए जाएं। आमिर खान के प्रवक्ता ने द टाइम्स ऑफ इंडिया को बताया, 'पाकिस्तान में बहुत सारे डिस्ट्रीब्यूटर्स ने इस फिल्म को रिलीज करने में दिलचस्पी दिखाई थी, लेकिन उनके सेंसर बोर्ड ने फिल्म में दो जगह कट की मांग रखी, इसलिए आमिर ने रिलीज करने का फैसला टाल दिया।'
प्रवक्ता के मुताबिक, ये दृश्य फिल्म की जान थे। प्रवक्ता ने बताया, 'आमिर को लगा कि पाक सेंसर बोर्ड की यह डिमांड गैरवाजिब है। या तो हम फिल्म को वैसे के वैसे रिलीज करते या नहीं करते।' वहीं, पाक सेंसर बोर्ड के प्रमुख एम हसन ने ऐलान किया, 'यह बोर्ड की एकमत राय नहीं थी।' उन्होंने यह भी कहा कि लोकल डिस्ट्रीब्यूटर्स पर निर्भर करता है कि वे फिल्म रिलीज करते हैं कि नहीं।
बता दें कि दंगल फिल्म भारतीय रेसलर गीता और बबीता फोगाट और उनके पिता महावीर फोगाट की जिंदगी पर आधारित है। फिल्म ने 385 करोड़ रुपये की कमाई की है। जिन दो दृश्यों पर पाक सेंसर बोर्ड ने आपत्ति दर्ज कराई है, वे फिल्म के आखिर में हैं। क्लाइमेक्स पर भारत की जीत के पलों में बजने वाले राष्ट्रगान पर पाकिस्तानी सेंसर बोर्ड ने आपत्ति दर्ज कराई है। वहीं, खान के प्रवक्ता ने कहा, 'खेल पर आधारित हर फिल्म विजेता और उसके देश का सम्मान करती है। यह स्वभाविक है और अच्छी नीयत से है।' प्रवक्ता ने बताया, 'अगर यह पाकिस्तान में रिलीज होती तो शायद यह 10 से 12 करोड़ रुपये की कमाई करती। अब ऐसा नहीं होगा और पाइरेसी भी होगी, लेकिन यह ऐसा कदम था, जो हमें उठाना ही था।'