शाहजहांपुर | उत्तर प्रदेश में शाहजहांपुर के तिलहर क्षेत्र में कोतवाली से लगभग पांच सौ कदम की दूरी पर सड़क किनारे खंती में एक अज्ञात शव मिला। शिनाख्त के लिए पुलिस का प्रयास भी सफल हो गया। सम्पूर्ण परिवार ने शव की शिनाख्त कर दी और रोना चालू कर दिया। पोस्टमार्टम ले जाते समय अचानक वह शख्स पुलिस के सामने आ गया जिसका शव होने की पुष्टि की गई थी। हास्यपद सा कि मुर्दा जिन्दा हो गया तो फिर शव किसका है।
पुलिस सूत्रों ने आज यहां बताया कि तिलहर थाना क्षेत्र के जैतीपुर मार्ग पर किला बाले बाग के पास एक शव पड़ा होने की सूचना पर स्थानीय पुलिस बल पहुंचा। मौजूद भीड़ में शव की शिनाख्त सीताराम उर्फ बब्लू पुत्र रामकिशन निवासी ग्राम कमालपुर थाना मीरानपुर कटरा के रूप में होते ही परिवार से सम्पर्क कर मौके पर बुलाया गया। मृतक के परिजनों सहित गांव के विभिन्न लोगो ने देखते ही सीताराम के रूप में शव की शिनाख्त कर दी। इसी दौरान पुलिस अपनी काग़ज़ी कार्यवाही में लग गई और कुछ देर बाद शव को सील कर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया।
शव के साथ पोस्टमार्टम हाऊस जाने के लिए एक भाई साथ हो लिया। क्षेत्राधिकारी और कोतवाल पुलिस बल के साथ कोतवाली पहुंचे ही थे कि शव की शिनाख्त जिस सीताराम के रूप मे की गई थी वह दौड़ा दौड़ा कोतवाली मे मौजूद क्षेत्राधिकारी के समंक्ष उपस्थित होकर बोला कि साहब मै जिन्दा हूं। सीताराम की आबाज सुनते ही सब अबाक रह गये कि मुर्दा जी उठा लेकिन शव तो पोस्टमार्टम के लिए भेजा जा चुका था वह शव किसका था।
लेकिन जितना सत्य यह है कि सीताराम जिन्दा है तो उतना ही सत्य यह भी जिस शव को परिवार द्वारा पुष्टि के बाद पुलिस ने पोस्टमीर्टम को भेजा वह मर चुका था और शरीर अकड़ चुका था। बात यहाँ तक तो समझ में आती है लेकिन परिवार ने किस बिना पर लगभग एक घन्टा में सीताराम होने की शिनाख्त की। यह भी बताते चले कि सीताराम तहसील प्रशासन में अमीनो के साथ बसूली कार्य करता है और ग्राम कमालपुर निवासी है तथा तिलहर नगर मे ही रहता है।