मेरठ। यूपी के मेरठ में अचानक श्मशान घाट पर पुलिस ने छापामार कार्रवाई की और जलती चिता से एक युवती का शव खींचकर बाहर निकाला। पुलिस ने यह कार्रवाई इसलिए की क्योंकि युवती की संदिग्ध मौत हुई थी और परिवारजन बिना पोस्टमॉर्टम कराए उसका अंतिम संस्कार कर रहे थे। मेरठ के मलियाना की रहने वाले विजेंद्र की बेटी दीपा बीएड की तैयारी कर रही थी। पुलिस के मुताबिक, बुधवार को दीपा के परिवार के लोग किसी रिश्तेदार के घर गए थे। वापस लौटे तो बेटी का शव पंखे से लटकता मिला।
इसके बाद परिवार पुलिस को सूचना दिए बिना अंतिम संस्कार करने की तैयारी में जुट गया। लेकिन इसी बीच किसी ने पुलिस को सूचना दे दी। पुलिस जब तक शमशान घाट पहुंची, तब तक दीपा की चिता को मुखाग्नि दी जा चुकी थी। पुलिस ने जलती चिता से शव को बाहर निकाला और पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा।
कोर्ट मैरिज के बाद अपने पति के साथ क्यों नहीं रहती थी दीपा
पुलिस के मुताबिक, दीपा के पड़ोस में ही रहने वाले हरीश से अफेयर था। हरीश दूसरी बिरादरी का था, इसलिए दीपा के पैरेंट्स उसे पसंद नहीं करते थे। परिवारवालों की नाराजगी के बावजूद दोनों ने 4 महीने पहले कोर्ट मैरिज कर ली थी लेकिन परिवार के दबाव में वह पति के साथ नहीं रह पाई। इसके बाद से वह परेशान रहने लगी। परिवार के लोगों का दावा है कि दीपा खुद यह रिश्ता तोड़ने को तैयार थी। उसने इस बारे में लिखकर भी दिया था।
हरीश घटना के बाद चुप्पी साधे हुए है। उसने पुलिस को कोई बयान नहीं दिया है। इंस्पेक्टर सचिन मलिक का कहना है- पुलिस मामले में सभी पहलुओं को ध्यान में रखकर जांच कर रही है। दीपा आखिर कैसे कोर्ट मैरिज को खत्म करने के लिए राजी हुई, इसकी भी जांच की जा रही है। दीपा के परिवार और लड़के से पूछताछ और कोर्ट मैरिज के कागज देखने के बाद ही स्थिति स्पष्ट होगी।