नई दिल्ली। बाबरी मामले में लाल कृष्ण आडवाणी के खिलाफ सुनवाई का आदेश आने के बाद सभी लोग इसकी अपने अपने तरीके से समीक्षा कर रहे हैं। आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद का कहना है कि कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आडवाणी के खिलाफ राजनीतिक साजिश रची है ताकि वो राष्ट्रपति की रेस से बाहर हो जाएं। दरअसल राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी का कार्यकाल इसी साल जुलाई के महीने में पूरा होने वाला है और नए राष्ट्रपति को लेकर लालकृष्ण आडवाणी का नाम सबसे ऊपर चल रहा था। लालू ने कहा कि आडवाणी को राष्ट्रपति की रेस से बाहर निकालने के लिए ही प्रधानमंत्री मोदी ने उनके खिलाफ बाबरी मस्जिद विध्वंस मामले में मुकदमा चलाने की साजिश रची है।
लालू ने आरोप लगाया कि सीबीआई, जो केंद्र सरकार के अधीन है जानबूझकर सुप्रीम कोर्ट में आडवाणी के खिलाफ साक्ष्य प्रस्तुत किए ताकि उनके खिलाफ मुकदमा शुरू किया जा सके। लालू ने कहा कि नरेंद्र मोदी के राजनीतिक उत्थान के लिए लालकृष्ण आडवाणी ने बड़ी भूमिका निभाई है मगर अब मोदी ने दगाबाजी करते हुए उनको राजनीतिक साजिश के तहत राष्ट्रपति की दौड़ से बाहर कर दिया।
केंद्रीय मंत्री उमा भारती, राजस्थान के राज्यपाल कल्याण सिंह के खिलाफ़ भी सुप्रीम कोर्ट ने मुकदमा दायर करने का आदेश दिया है। जब लालू से इनके इस्तीफे की मांग को लेकर सवाल किया गया तो वो चुप्पी साध गए। लालू ने कहा कि उमा भारती या कल्याण सिंह को इस्तीफा देना चाहिए या नहीं यह उन्हें तय करना है।