भोपाल। मप्र सचिव संघ के प्रदेश अध्यक्ष दिनेश शर्मा ने आरोप लगाया है कि पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग के अपर मुख्य सचिव राधेश्याम जुलानिया ने पैसे देकर कुछ लोगों को खरीदा और फर्जी पदाधिकारी बनाकर सीएम शिवराज सिंह चौहान ने मिलवा दिया। हड़ताल खत्म करने की घोषणा इन्ही फर्जी पदाधिकारियों ने की है। श्री शर्मा ने बताया कि प्रदेश भर में सरपंच-सचिव 10 अप्रैल से अनिश्चितकालीन हड़ताल कर रहे हैं। ग्राम उदय से भारत उदय अभियान का बहिष्कार कर चुके हैं, पंचायतों में ग्राम सभाएं नहीं की है। इससे सरकार के कामों पर असर पड़ा है।
जिसे देखते हुए पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग के अपर मुख्य सचिव ने अपनी साख बचाने के लिए कुछ फर्जी पदाधिकारियों को रुपए देकर शनिवार शाम को मुख्यमंत्री से मिलवाया और हड़ताल खत्म करवाने की घोषणा कराई हैं। दिनेश शर्मा का आरोप है कि इन फर्जी पदाधिकारियों में जुलानिया के गृह जिले के पदाधिकारी भी शामिल है जिनके माध्यम से अपर मुख्य सचिव ने 46 हजार सरपंच, सचिवों की हड़ताल को दबाने की कोशिश की है।
श्री शर्मा का दावा है कि रविवार को वे फर्जी पदाधिकारियों के जरिए जुलानिया द्वारा हड़ताल स्थगित कराने का खुलासा करेंगे। उन्होंने कहा कि हड़ताल स्थगित नहीं हुई है जो मांगें पूरी नहीं होने तक चलेगी। उल्लेखनीय हो कि सरपंच, सचिव पिछले डेढ़ साल से वेतन में बढ़ोत्तरी समेत अन्य मांगों को लेकर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। दो बार आंदोलन भी स्थगित हो चुका है।