नई दिल्ली। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के बीच तनाव बढ़ता ही जा रहा है। राम नवमी के अवसर पर आरएसएस के कार्यकर्ताओं ने अवैध हथियारों का खुला प्रदर्शन किया था तो हनुमान जयंती के अवसर पर ममता बनर्जी की पुलिस ने हनुमान जयंती के जुलूस पर लाठीचार्ज कर दिया। बीरभूम में आज सुबह से ही तनाव का माहौल बना हुआ है। हनुमान जयंती पर जय श्रीराम की जयकारे के साथ केसरिया शोभायात्रा निकलने को लेकर जबरदस्त तनाव व्याप्त हो गया क्योंकि इस शोभायात्रा को प्रशासन की ओर से अनुमति नहीं मिली थी।
सूरी के बस स्टैंड के पास पुलिसकर्मियों ने शोभायात्रा को रोका तो दोनों ओर से बहस होने लगी। थोड़ी ही देर में नौबत हाथापाई तक पहुंच गई। इसके बाद पुलिस को गुस्साए कार्यकर्त्ताओं को काबू में करने के लिए लाठीचार्ज करना पड़ा। झड़प के बाद इलाके में रेपिड एक्शन फोर्स को तैनात किया गया है। करीब 10 कार्यकर्त्ताओं को हिरासत में लिया गया है।
वहीं भाजपा का कहना है कि उसने प्रशासन से हनुमान जयंती के मौके पर रैली की इजाजत मांगी थी। इसकी अगुवाई बीजेपी के राज्याध्यक्ष दिलीप घोष करने वाले थे लेकिन बीरभूम पुलिस ने अनुमति नहीं दी और धारा-144 लागू कर दी। हालांकि भाजपा नेता रैली में शामिल होने नहीं आए लेकिन हिंदू जागरण मंच के वर्कर शोभायात्रा निकालने पर आमादा हो गए।