नई दिल्ली। एयर इंडिया के कर्मचारी को चप्पलों से पीटने वाले शिवसेना सांसद रवीन्द्र गायकवाड की अकड़ थोड़ी कम जरूर हुई है परंतु वो अब भी माफी मांगने को तैयार नहीं है। संसद में गायकवाड़ ने यूटर्न लेते हुए कहा कि उन्होंने कर्मचारी को चप्पल नहीं मारी थी, सिर्फ धक्का मारा था। इससे पहले रवीन्द्र गायकवाड कैमरे के सामने बयान दे चुके हैं कि उन्होंने कर्मचारी 25 बार चप्पलों से पीटा और उन्हे इसका कोई अफसोस नहीं है।
शिवसेना सांसद रवीन्द्र गायकवाड ने लोकसभा में गुरुवार को सफाई दी। उन्होंने कहा कि मेरे साथ अन्याय हो रहा है। सांसद ने आरोप लगाया कि जनता के चुने हुए प्रतिनिधि से एयरलाइंस कर्मचारियों ने बदतमीजी की। रवीन्द्र गायकवाड ने मारपीट के आरोप को गलत ठहराते हुए कहा कि मैंने सिर्फ स्टाफ को धक्का दिया था। मुझपर मारपीट का आरोप गलत है लेकिन कुछ नेता मुझे गुनहगार ठहराने की कोशिश कर रहे है।
मेरी जांच के बिना मीडिया ट्रायल शुरू कर दिया गया है। मेरा टिकट बिजनेस क्लास का था लेकिन मुझे इकोनॉमी क्लास में बैठाया गया। उन्होंने कहा कि मैंने सीट के लिए कोई मारपीट नहीं की और यह आरोप गलत है। मैंने दिल्ली पहुंचकर केबिन क्रू से शिकायत की कॉपी मांगी लेकिन उन्होंने नहीं दिया। मुझसे अधिकारी ने कहा कि मैं एयर इंडिया का बाप हूं।
जब सारे रास्ते बंद हो गए तो नया पेंतरा
इससे पहले सांसद रवीन्द्र गायकवाड ने नाम बदल बदलकर अलग अलग एयरलाइंस से 7 बार टिकट बुक करने की कोशिश की। हर बार उनकी टिकट रद्द कर दी गई। अब वो हवाई यात्रा के लिए बुरी तरह से तड़प रहे हैं। अपने ही दिए बयान में फंस चुके हैं। एक सांसद जो कानून बनाता है उसी ने कानून तोड़ा भी है। उसकी स्वीकारोक्ति भी सबके सामने है। बावजूद इसके वो माफी मांगने को तैयार नहीं है। अलबत्ता उन्होंने यह जरूर कहा कि वो संसद से माफी मांगने को तैयार हैं।