जबलपुर। कांग्रेस नेता एवं प्रॉपर्टी डीलर सईद मालगुजार ने अलसुबह अपनी पत्नी के माथे पर गोली मारी और फिर खुद भी आत्महत्या कर ली। इससे पहले रात में वो एक कार्यक्रम से लौटे थे। बताया जा रहा है कि उनकी बेगम हुस्ना काफी खुले ख्यालों की थीं। माना जा रहा है कि गई रात कार्यक्रम के दौरान कुछ ऐसा हुआ जो सईद को कतई पसंद नहीं आया। रात में जब सब सो गए तब दोनों के बीच विवाद हुआ और अलसुबह 4 बजे उन्होंने हुस्ना के माथे पर गोली मार दी।
SP एमएस सिकरवार ने बताया कि घटना की मुख्य वजह पारिवारिक विवाद है। सईद की बेगम खुले ख्यालों की थी, जिस पर उन्हें आपत्ति थी। इसी के चलते दोनों के बीच विवाद होता था। घटना के पहले भी दोनों में विवाद हुआ था। पुलिस के मुताबिक गोलहपुर के नलियाबंद मोहल्ले में रहने वाले सईद (73) ने पहले बंदूक से पत्नी हुस्ना बानो के माथे पर गोली मारी, जिससे मौके पर ही उनकी मौत हो गई। सईद मालगुजार नगर कांग्रेस में उपाध्यक्ष और नगर निगम में एल्डरमैन रह चुके हैं। पूर्व महापौर विश्वनाथ दुबे के कार्यकाल में सईद को एल्डरमैन बनाया गया था। इन दिनों वे प्रापर्टी खरीदने और बेचने का काम कर रहे थे।
देर रात हुआ था पति-पत्नी का विवाद
पुलिस के मुताबिक सईद मालगुजार और उनकी पत्नी हुस्ना बानो मंगलवार देर रात अपने कमरे में सो रही थीं। उनका सबसे छोटा बेटा अपने कमरे में सो रहा था। बुधवार सुबह लगभग 4 बजे पति-पत्नी के बीच किसी बात को लेकर विवाद हो रहा था। इसी बीच गोली चलने की आवाज आई, तो बेटा भागकर उनके कमरे में पहुंचा। वहां उसने देखा कि, मां अपने कमरे के सोफे पर मृत पड़ी हुई है। वहीं, पिता सईद मालगुजार अपने हाथ में रिवॉल्वर लिए शव के पास खड़े हैं। सोनू ने फौरन पिता के हाथ से रिवॉल्वर लेकर फेंक दी और पिता को समझाने लगा।
पुलिस को सूचना देने के बाद सोनू रिवॉल्वर लेकर दूसरे कमरे में जा रहा था, तभी सईद ने खुद को कमरे में बंद कर लिया और 12 बोर की बंदूक से गोली मार ली। माता-पिता की मौत से सहमे सोनू ने किसी तरह घटना की जानकारी पास ही रहने वाले अपने अन्य रिश्तेदारों को भी दी।
अमेरिका में रहते हैं बेटी-दामाद
सईद के दो बेटे और एक बेटी है। बड़ी बेटी और दामाद अमेरिका में डॉक्टर है, जबकि बड़ा बेटा मो. एजाज दिल्ली में मेडिकल की पढ़ाई कर रहा है। छोटा बेटा अहद (20) उर्फ सोनू जबलपुर के ही एक कॉलेज से बीकॉम की पढ़ाई कर रहा है, जो कि माता-पिता के साथ रहता था। सईद के परिजनों ने पुलिस को यह भी बताया कि सईद पिछले कुछ दिनों से कर्ज को लेकर भी परेशान थे।
दो दिन बाद परिवार में थी शादी
हुस्ना बानो के भाई जबलपुर के ही घंटाघर स्थित एक कॉलोनी में रहते हैं। दो दिन बात उनके बेटे की शादी है। मंगलवार देर रात पूरा परिवार उनके घर के एक कार्यक्रम में शामिल होकर लौटा था। सईद का बड़ा बेटा भी शादी में शामिल होने के लिए इन दिनों जबलपुर में आया हुआ था।