सतना। शहर के जिला अस्पताल में एक स्टॉफ नर्स की तबीयत बिगडऩे से मौत हो गई। स्वास्थ्य को लेकर नर्स ने ऑन ड्यूटी डॉक्टर को बताया था, लेकिन उन्होंने उपचार करने की बजाय फटकार लगा दी। इसके बाद रात में तबीयत ज्यादा बिगड़ी, जिसके बाद उपचार के दौरान मौत हो गई। जब सहयोगी स्टॉफ को जानकारी हुई, तो उन्होंने जिला अस्पताल में हंगामा खड़ा कर दिया। कामकाज बंद कर दिया। जिससे आवश्यक सेवाएं बाधित हो गईं।
जानकारी के अनुसार, स्टॉफ नर्स प्रवीण गुप्ता की रविवार को अस्पताल में नाइट ड्यूटी थी। जब वो पहुंची, तो उसके सिर में दर्द शुरू हो गया। इसके बाद वो ड्यूटी डॉ. नरेद्र शर्मा के पास पहुंची, और अपनी तबीयत के बारे में उनसे बताया। आरोप है कि उन्होंने इलाज करने की बजाय फटकार लगा दी और ड्यूटी करने को कहा था। इसके बाद नर्स ड्यूटी पर चली गई, लेकिन देर रात उसकी तबीयत ज्यादा खराब हो गई।
सहयोगियों ने उसे निजी अस्पताल में दाखिल करा दिया। जहां उपचार के दौरान उसकी मौत हो गई। जानकारी मिलने के बाद स्टॉप व परिजन जिला अस्पताल पहुंच गए और डॉक्टर के खिलाफ कार्रवाई को लेकर अड़ गए। इसके साथ ही हंगामा खड़ा करते हुए कामकाज रोक दिया।
वार्ड में मरीजों को इलाज नहीं
जिला अस्पताल का सभी स्टॉफ ने काम काज बंद कर दिया। वार्ड तक में मरीजों की देखरेख बंद कर दी गई। डॉक्टर स्टॉफ को समझाने का प्रयास कर रहे हैं, लेकिन कोई सुनने को तैयार नहीं है। ओपीडी में भी मरीजों की भीड़ हैं, लेकिन इलाज नहीं हो पा रहा।