राजेश शुक्ला/अमरकंटक। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान मप्र में नर्मदा सेवा यात्रा निकाल रहे हैं। नर्मदा का उद्गम अमरकंटक से होता है। वो नदी को संरक्षित करने के लिए पैसा पानी की तरह बहाने की बात कर रहे हैं परंतु ऐसा कुछ होता दिख नहीं रहा है। उल्टा अमरकंटक के जंगलों में 25 किलोमीटर एरिया आग की चपेट में आ गया। स्वभाविक रूप से इसका प्रभाव नर्मदा नदी पर भी पड़ेगा।
अमरकंटक के जंगलों मे भीषण आग लगी है। जंगल मे लगी आग से यहाँ की वनस्पतियाँ जल कर राख हो गयी है। 20 से 25 किलोमीटर के क्षेत्र मे लगी आग से बहुत से हरे भरे पेड जल गये हैं। बहुत से पेडों मे आग लगी है। बहुत से छोटे छोटे जीवजन्तुऒं के जीवन पर खतरा उत्पन्न हो गया है या मर गये हैं। यह आग बडी साजिश का परिणाम हो सकता है। वरिष्ठ पत्रकार मनोज द्विवेदी व राजेश पयासी इस आग की लपट से झुलसते झुलसते बचे।
आग की लपट सडक तक पहुंचने से वाहनों एवं यात्रियों को भी परेशानियों का सामना करना पडा। वन विभाग के दो कर्मचारियों को मॊके पर असहाय पाया गया। उन्होने बताया कि अमरकंटक रेंजर को सूचना दी गयी है। पत्रकारों द्वारा कलेक्टर, एसपी, डीएफओ को जानकारी दी गयी है। यह आग समाचार लिखे जाने तक जारी है। वन विभाग संसाधनों की कमी के कारण आग से समुचित बचाव न हो पाने की बात कह रहा है। बहरहाल आगजनी से वनस्पतियों, जीवों को बडी क्षति हुयी है।