
सबसे पहले बेटे ने देखा
सुबह 5 बजे जब बेटा अंशुल जागा तो उसने मां को फंदे पर लटके हुए देखा। इसके बाद पिता को इसकी जानकारी दी। पिता व पुत्र ने फंदे से पत्नी को उतारकर देखा तो उसकी मौत हो चुकी थी। सूचना मिलने पर पहुंची पुलिस को मृतिका के गद्दे के नीचे एक सुसाइड नोट भी मिला है। पुलिस ने शव की जांच करने के बाद पीएम कराकर परिजनों को सौंप दिया।
मां के नाम लिखा सुसाइड नोट: मर्जी से कर रही हूं आत्महत्या
विनिता के बिस्तर के नीचे पुलिस को एक सुसाइड नोट मिला है। विनिता ने अपनी मां के नाम लिखे सुसाइड नोट में लिखा है। मैं अपनी मर्जी से आत्महत्या कर रही हूं। मम्मी मेरे किट्टू और जिया को अच्छे से रखना। दोनों को अपने पास रखकर पढ़ाना। किट्टू, जिया तुम्हारी मम्मी तुम्हें बहुत प्यार करती है लव यू बेटा। मेरे पति बहुत अच्छे हैं, उन्हें परेशान नहीं करना। मै बहुत दिनों से डिप्रेशन में हूं। जिसकी वजह से मैं आत्महत्या कर रही हूं। इसमें किसी का दोष नहीं है। सबसे माफी मांगती हूं। मेरे मरने के बाद किसी को परेशान नहीं किया जाए।
2 दिन से परेशान थी विनीता
मृतिका के पति संतोष आथनकर ने बताया वह 2 दिनों से किसी बात को लेकर डिप्रेशन में थी। शनिवार सुबह नाश्ता कर घर से टिफिन लेकर ब्यूटी पार्लर चली गई थी। दोपहर में खाना नहीं खाने के बाद उसने शाम को भी घर में खाना नहीं खाया था। मृतिका का पति संतोष आथनकर दिल्ली में एक प्राइवेट कंपनी में काम करता है। पति 2 दिन पहले ही दिल्ली से बैतूल आया था। विनिता और संतोष की शादी को 18 साल हुए थे। उनके दो बच्चे एक 17 साल बेटा अंशुल, 13 साल की बेटी जानकी है।
यह हो सकते हैं जांच के बिंदू
1. फांसी लगाने का एक्जेक्ट समय क्या है।
2. क्या वाट्सएप पर मैसेज किसी और ने टाइप कर भेजा।
3. पति तीन दिनों से आए हुए हैं, इसी दौरान पत्नी ने क्यों की आत्महत्या।
4. पति प्राइवेट जॉब में, पत्नी का भी अपना व्यवसाय, युवा होते दो बच्चे, फिर खुशहाल परिवार में ऐसा क्या हुआ कि महिला को करनी पड़ी आत्महत्या।
5. मामला प्रेम प्रसंग से जुड़ा तो नहीं।
पति को भेजे थे मैसेज
रात 1.17 बजे- मैंने आपको बहुत तकलीफ पहुंचाई है।
रात 1.18 बजे- उसके लिए मुझे माफ कर देना।
रात 1.19 बजे- मुझसे जो गलती हुई है उसकी सजा तो मुझे अपने आपको देनी ही पड़ेगी।
रात 1.20 बजे- मैं तो आपसे माफी मांगने के भी लायक नहीं रहीं...सॉरी.. सॉरी.. सारी..।
रात 1.20 बजे- प्लीज मुझे माफ कर देना।