
यह सफल रहा तो चरणबद्ध तरीके से 66 ट्रेनों में इस तरह के आरामदायक कोच लगाए जाएंगे। ट्रेन की साइड लोअर बर्थ पर सोने में होने वाली परेशानी को दूर करने के लिए इसके डिजाइन में बदलाव किया जा रहा है। दरअसल साइड लोअर बर्थ दो भागों में होती है जिसे सोने के वक्त एक साथ जोड़ दिया जाता है, लेकिन यह पूरी तरह से समतल नहीं पाती है। इस तरह की सीट पर सोने में यात्रियों को परेशानी होती है।आने वाले समय में लोअर बर्थ के साथ अलग से एक सीट होगी, जिसे बर्थ पर डालकर यात्री आराम से सो सकता है। वहीं, बैठते वक्त इसे हटाकर सीट के बगल में रखा जा सकता है।
इसी तरह से सफाई को ध्यान में रखकर शौचालय में भी कई बदलाव किए गए हैं। बड़ा आइना, आधुनिक वॉश बेसिन लगाने के साथ ही शौचालय के फर्श भी इस तरह से बनाए गए हैं जिसे साफ करने में आसानी हो।