लखनऊ। अखिलेश यादव शासनकाल में हुए UPPSC घोटाला अब जांच की जद में आ सकता है। सीएम आदित्यनाथ योगी ने उत्तरप्रदेश लोक सेवा आयोग के चेयरमैन अनिरुद्ध सिंह यादव को तलब किया है। अब उनका इस पद से हटाया जाना तय माना जा रहा है। कहा तो यह भी जा रहा है कि इस मामले में योगी सरकार सीबीआई जांच के आदेश दे सकती है। आरोप हैं कि अखिलेश यादव के शासनकाल में एक जाति विशेष के अभ्यर्थियों को नियम विरुद्ध पास किया गया।
कहा जा रहा है कि अनिरुद्ध यादव से पूछा जाएगा कि क्या वाकई इतनी प्रतिष्ठित परीक्षा में ऐसा किया गया? इलाहाबाद में जब भाजपा की कार्यकारिणी बैठक हुई थी, तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आगे कई समुदायों के प्रतिनिधियों ने यह बात उठाई थी। प्रधानमंत्री मोदी ने खुद राज्य में एक जाति के लोगों को सरकारी नौकरी में वरीयता दिए जाने के आरोप लगाए थे।
इससे पहले भी राज्य की समाजवादी पार्टी सरकार एक जाति विशेष के लोगों को सरकारी नौकरी में ज्यादा तवज्जो देने के आरोप लगते चले आ रहे थे। बताया जाता है कि यही सबसे बड़ी वजह रही कि राज्य का युवा इस बार समाजवादी पार्टी के छिटक कर अन्य दलों की तरफ चला गया, जिससे पार्टी को चुनाव में भारी नुकसान उठाना पड़ा है। इन्हीं सब आरोपों के चलते राज्य की नई सरकार ने यूपी पीएससी में बदलाव का मन बनाया है।