
मासूम बच्ची फिलहाल पीजीआई रोहतक में दाखिल है, जहां पीजीआई ने गर्भपात की प्रक्रिया शुरू कर दी है। बाल कल्याण समिति ने की बच्ची की काउंसलिंग कर दहशत से बाहर निकालने की कोशिश की। बाल कल्याण समिति के चेयरमैन डा. राज सिंह सांगवान ने बताया कि बच्ची अब पूरी तरह से ठीक है।
सौतेले पिता की हवस का शिकार हुई बच्ची से रेप और उसके प्रेग्नेंट होने के मामले में स्थानीय कोर्ट ने पीजीआई के मेडिकल बोर्ड पर ही निर्णय छोड़ दिया था। इस मामले में स्थानीय कोर्ट ने कहा था कि अगर मेडिकल टर्मिनेशन ऑफ प्रेग्नेंसी ऐक्ट के तहत अबॉर्शन हो सकता है तो किया जाए।