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भोपाल से कॉल पहुंचते ही संयम के घर पर बधाइयों का तांता लग गया। विदिशा में ह्रदयमोहन जैन और पंकज जैन के मकान में दो महीने पहले ही छोटी सी दुकान खोलने वाले संयम के पिता अनिल जैन टीकमगढ़ से यहां आए हैं। इससे पहले वे टीकमगढ़ में 5-6 हजार की तनख्वाह पर कपड़े की दुकान पर काम करते थे। संयम टीकमगढ़ के उत्कृष्ट विद्यालय में गणित संकाय के छात्र थे। संयम के मुताबिक, उनके शिक्षक संतोष मिश्रा ने फोन पर बताया है कि वे मप्र में टॉप पर हैं। भोपाल में शुक्रवार को उन्हें सम्मानित करने के लिए बुलाया गया है। संयम को 500 में से 488 अंक मिलने की बात कही जा रही है।
संयम कहते हैं,उन्हें टॉप टेन में आने का भरोसा था, लेकिन टॉप करने का भरोसा नहीं था। उन्होंने हर विषय को बराबरी से महत्व देकर तैयारी की थी। संयम ने कहा कि अब पहले बीई और फिर आईएएस की तैयारी करेंगे। संयम की सफलता पर उनकी मां सीमा जैन खुशी के आंसू भरकर बोलीं, हमारी आर्थिक स्थिति अच्छी नहीं थी, फिर भी संयम को पढ़ाया।