भोपाल। भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष श्री नंदकुमार सिंह चौहान ने 1962 से भाजपा की सेवा क रहे वरिष्ठ नेता राज चड्ढा को सोशल मीडिया पर एक सामान्य सी पोस्ट के कारण हटा दिया गया। इस कार्रवाई से भाजपा के दूसरे वरिष्ठ नेता नाराज हो गए हैं। उन्होंने इस कार्रवाई को तानाशाही वाली कार्रवाई बताया है। राज चड्ढा वह नाम है जिसने भाजपा को ग्वालियर में मजबूत बनाने के लिए काम किया। वो ग्वालियर के जिलाध्यक्ष रहे और ग्वालियर व्यापार मेला प्राधिकरण के भी अध्यक्ष रहे। भाजपा के प्रदेश मीडिया प्रभारी लोकेन्द्र पाराशर का कहना है कि प्रदेश अध्यक्ष नंदकुमार सिंह चौहान ने उन्हे पार्टी विरोधी गतिविधियों के कारण निलंबित किया है। सूत्रों का कहना है कि फेसबुक पर जनहित के लिए सरकार को निशाने पर लेने के कारण यह कार्रवाई की गई है। आइए पढ़ते हैं क्या लिखा था उन्होंने फेसबुक पर जो यह कार्रवाई की गई।
मुख्यमंत्री जी,
प्रदेश में भ्रष्टाचार चरम पर है
अस्पतालों की दुर्दशा असहनीय है
सुधार करिये या हम जैसे लाखों कार्यकर्ताओं को पार्टी से बाहर कर दीजिए, जिन्होंने पंडित दीनदयाल जी के सपनों को पूरा करने के लिए पार्टी में अपना जीवन खपा दिया
-राज चड्ढा, कार्यकर्त्ता भाजपा,वर्ष 1962 से
राज चड्ढा के बहाने सभी बुजुर्ग नेताओं को चेतावनी
कहा जा रहा है कि इस कार्रवाई के जरिए सीएम शिवराज सिंह चौहान और नंदकुमार सिंह चौहान ने भाजपा के सभी वरिष्ठ नेताओं को एक चेतावनी जारी की है कि यदि वो सरकार पर सवाल उठाएंगे तो पार्टी में नहीं रह पाएंगे। बता दें कि पिछले कुछ दिनों से प्रदेश एवं राष्ट्रीय विषयों पर भी भाजपा के बुजुर्ग नेता सोशल मीडिया पर खुलकर अपनी बात रखने लगे हैं। चूंकि वो वरिष्ठ हैं इसलिए उनकी बात पर ध्यान भी दिया जाता है और उनसे कई भाजपा कार्यकर्ता भी जुड़े हुए हैं। इलेक्शन मोड में आए शिवराज सिंह अब तक नहीं चाहते कि कोई उनकी बुराई करे। या सरकार की कमियां जनता को बताए।