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गिरफ्तारी के साथ ही अजय सिंह ने अपना धरना समाप्त कर दिया। उन्होंने चेतावनी दी कि आर्य को नहीं हटाया गया तो कांग्रेस पूरे प्रदेश में आंदोलन करेगी। उन्होंने कहा कि शुचिता की बात करने वाली भाजपा का डीएनए अब बदल गया है। हत्या का आरोपी व्यक्ति प्रदेश सरकार में मंत्री बना बैठा है और उसे मंत्रिमंडल से बाहर निकालने के लिए नेता प्रतिपक्ष और विधायकों को सड़क पर बैठना पड़ रहा है।
आज सुबह अजय सिंह, आरिफ अकील, गोविंद सिंह, पीसी शर्मा समेत कई कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने जवाहर भवन से सीएम हाऊस की ओर कूच किया पर पुलिस ने उन्हें बाणगंगा चौराहे पर रोक दिया। हालांकि पुलिस ने अजय सिंह, गोविंद सिंह और आरिफ अकील को सीएम हाउस की ओर जाने दिया लेकिन यहां सीएम से मुलाकात संभव न होने पर वे सीएम हाउस के पास ही सड़क पर धरने पर बैठ गए।
नंद कुमार सिंह क्या कानून से ऊपर हो गए
धरना दे रहे नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह ने पत्रकारों से कहा कि मैंने सीएम को 48 घंटे का अल्टीमेटम दिया था और कहा था कि यदि लाल सिंह को इस अवधि में बर्खास्त न किया गया तो वे सीएम हाउस पर धरना देंगे। उन्होंने कहा कि लाल सिंह की बर्खास्तगी न होने तक कांग्रेस का धरना चलता रहेगा। हत्या के इस मामले में लाल सिंह का जेल जाना तय है। प्रदेश भाजपाध्यक्ष नंदकुमार सिंह चौहान द्वारा इस्तीफा न लेने के बयान पर उन्होंने पूछा कि वे क्या कानून से ऊपर हो गए हैं।
3 लोगों में 144 का उल्लंघन कैसे
पुलिस द्वारा धारा 144 के उल्लंघन के आरोप में गिरफ्तार किए जाने के बाद अजय सिंह ने सवाल उठाया कि तीन लोगों में इस धारा का उल्लंघन कैसे हो गया? उन्होंने कहा कि हम मुख्यमंत्री से सहज मुलाकात कर अपनी बात कहना चाहते थे। पर हम पर धारा 144 के तहत कार्रवाई कर दी गई। हम कौन सी शांति भंग कर रहे थे।