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इस पर मुख्य न्यायाधीश सहित सभी पांचों न्यायाधीशों ने सामने रखी कुरान उठाई और संबंधित चैप्टर खोलकर आयत पढ़ना शुरू कर दिया। कुरान का वह अंग्रेजी अनुवाद था। कोर्ट ने संबंधित आयत पढ़ने के बाद वकील से कहा कि वे जो बात कह रहे हैं, वह इसमें नहीं है। पीठ ने वकील से कहा कि वे सारे प्रकरण को संपूर्णता में देखें।
यहां एक बार में तीन तलाक की बात नहीं कही गई है। जस्टिस आरएफ नरीमन ने कहा कि यह संदर्भ पहले दो बार के सुन्नत तलाक हो चुकने के बाद तीसरे तलाक की बात करता है। सुन्नत तलाक तलाक अहसन और तलाक हसन है। यहां तलाक उल बिद्दत की बात नहीं है।