
गर्मी के कारण शहर सुबह से ही तपने लगा था। तपिश का यह आलम था कि दोपहर 2.30 बजे ही पारा 43 डिग्री के करीब पहुंच गया था। दिन भर उमस से लोग बेहाल रहे। शाम होते ही बादल छा गए। फिर तेज आंधी के साथ एमपी नगर, साकेत नगर, होशंगाबाद रोड, शाहपुरा, तलैया, कमला पार्क, मोती मस्जिद, सदर मंजिल, भेल टाउनशिप समेत कई इलाकों में थोड़ा पानी भी गिरा। कुछ ही देर में इस आंधी ने कई लोगों का काफी नुक्सान हो गया। सबसे ज्यादा नुक्सान कच्चे मकानों और झुग्गियों को हुआ। कई मकान दुकानों के टीनशेड उड़ गए।
तेज गर्मी और बारिश की ये है वजह
वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक आरआर त्रिपाठी ने बताया कि यह प्री मानसून गतिविधि है। उत्तर प्रदेश से लेकर मप्र होती हुई विदर्भ और मराठावाड़ा तक आसमान में एक ट्रफ लाइन बनी हुई है। यह अरब सागर से नमी खींच रही है। इस वजह से बारिश हुई। पश्चिम की तरफ से आ रही गर्म हवा से तापमान में इजाफा हुआ। इस वजह से गर्मी पड़ी।